भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड इफको के मंगलवार को 48 साल पूरे होने के मौके पर सोशल मीडिया पर असामान्य गतिविधियों देखने को मिली। इफको पीआर से लेकर इफको के एमडी समेत सभी ने ट्वीट और फेसबुक पर पोस्ट किया।
इफको के एमडी डॉ यू.एस.अवस्थी ने ट्वीट में लिखा कि “इफको के 2017 में 50 साल पूरे हो जाएंगे, गोल्डन जुबली का आयोजन करने में, हम केवल 2 साल दूर है। मैं सभी के सुझावों का स्वागत करता हूं”।
इफको के जनसंपर्क विभाग के हेड और युवा पत्रकार हर्षेन्द्र वर्धन सिंह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने सबसे पहले ट्वीट कर इसकी सुचना दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा “इफको ने अपने 48 साल पूरे कर लिये है। हम हमेशा भारतीय किसानों की सेवा करने के लिए प्रयासरत है। हम सभी को समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं”।
किसानों और सहयोगियों को बधाई देते हुए डॉ यू.एस.अवस्थी ने कहा कि सभी को इफको की स्थापना दिवस के अवसर पर बहुत-बहुत बधाई। हम पिछले 48 सालों से किसानों की सेवा कर रहे हैं।
इफको-टोकियो के प्रमुख योगेश लोहिया ने भी डॉ अवस्थी को बधाई दी और सहकारी संस्थाओं के माध्यम से देश के किसानों के जीवन स्तर को सुधारने में भूमिका को रेखांकित किया। लोहिया ने ट्वीट किया कि “इफको को स्थापना दिवस पर बहुत-बहुत बधाई। किसान समाज उनकी नि:स्वार्थ सेवा के लिए इफको के आभारी रहेंगे”।
एमडी के कई समर्थकों ने 2017 में इफको की गोल्डन जुबली के आयोजन पर खुशी जाहिर की। एक समर्थक ने ट्वीट में लिखा कि “मुझे गर्व है कि मैं इफको से जुड़ा हुआ हूं।
इफको के निदेशक प्रेम चंद्र मुंशी ने फेसबुक वॉल पर इफको के गठन से लेकर वर्तमान समय की संक्षिप्त कहानी को पेश किया। 3 नवंबर 1967 को इफको का गठन किसानों को गुणवत्ता उर्वरक प्रदान करके उनकी मदद करने के उद्देश्य से हुआ था।