केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री मोहनभाई काल्यांजीभाई कुंदरिया ने सहकारी संस्थाओं की शीर्ष संस्था द्वारा शानिवार को नई दिल्ली में आयोजित 62वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का उद्घाटन किया। इस साल का विषय “सहकारिताओं के माध्यम से मेक इन इंडिया” है।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कुंदरिया ने कहा कि सहकारी आंदोलन से 25 करोड़ लोग जुड़े हुए है और मैं खुद एक कॉर्पोरेटर हूं।
कुंदरिया ने आगे कहा कि सहकारिता की पहुंच हर क्षेत्र में है। देश के अधिकांश किसान सहकारी संस्थाओं से जुड़े हुए है और अमूल, इफको, कृभको और अन्य सहकारी संस्थाएं किसानों के जीवन स्तर को सुधारने में अहम भूमिका निभा रही है।
सहकारी शिक्षा और प्रशिक्षण को मजबूत बनाने के लिए बजट में पर्याप्त निधि आंवटित की जाएगी। सरकार सहकारी संस्थाओं के कामकाज में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, उन्होंने कहा।
उन्होंने सहकारी समितियों के लिए स्वायत्तता, नेफेड को पुनरूद्धार करना, फसल बीमा, मृदा, स्वास्थ्य कार्ड सहित अन्य मुद्दों पर प्रकाश डाला।
एनसीयूआई, अध्यक्ष, डॉ चंद्रपाल सिंह यादव, मुख्य कार्यकारी डॉ दिनेश, उपाध्यक्ष जी.एच.अमीन, बिस्कोमॉन के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह मंच पर विराजमान थे। नेफ्कब के मुख्य कार्यकारी, सुभाष गुप्ता, फिशकॉफेड, एमडी, बी.के.मिश्रा, एच.एल.खुराना सहित अन्य दिग्गज सहकारी नेता समारोह में उपस्थित थे।
एनसीयूआई के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह यादव ने कहा कि सरकार सहकारी क्षेत्र को नजरअंदाज कर रही है। केंद्रीय बजट में सहकारी संस्थाओं का जिक्र भी नहीं किया जाता।
उन्होंने आगे कहा कि सहकारी संस्थाएं ही एमएनसी कंपनियों का मुकाबला कर सकती है। उन्होंने मांग कि की सरकार की नीतियों का सहकारी संस्थाओं के माध्यम से संचालन होना चाहिए।
चंद्र पाल ने कहा कि आरबीआई की हाई पावर्ड कमेटी की सिफारिशें, जिसमें यूसीबी को निजि बैंकों में तब्दील करना है, से सहकारिता की पहचान खत्म हो जाएगी।
इससे पहले डॉ दिनेश ने सहकारी सप्ताह के अवसर पर प्राप्त अति विशिष्ट व्यक्तियों का संदेश पढ़कर सुनाया। भारत के उपराष्ट्रपति हमीद अंसारी से लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह से कई मुख्य मंत्रियों ने इस अवसर पर एनसीयूआई को बधाई दी।
62वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह में 600 प्रतिनिधियों ने शिरकत की। इस अवसर पर एनसीयूआई ने अपनी वार्षिक पत्रिका “दिपशिखा” का विमोचन किया।
एनसीयूआई, उपाध्यक्ष जी.एच.अमीन ने धन्यवाद ज्ञापन किया।