इफको ने 28वें जवाहरलाल नहेरू स्मरक व्याख्यान के अवसर पर इफको सहकारिता रत्ना पुरस्कार सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश मराठे और इफको सहकारिता बंधु पुरस्कार पश्चिम बंगाल से कॉर्पोरेटर मुस्तफा सरदार को दिया।
दोनों विजेताओं ने इफको को धन्यवाद दिया। पुरस्कार में शॉल के अलावा प्रत्येक विजेता को 5 लाख रुपये का चेक भी दिया गया।
इस मौके पर मुस्तफा सरदार ने इफको और सम्मान रूप से प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी को प्रतिष्ठित पुरस्कार देने के लिए धन्यवाद दिया। इफको भारत के विपणन क्षेत्र में सबसे अच्छी संस्था है। गौरतलब है कि सरदार पहले इफको की बोर्ड में थे और अतीत में वे इफको के उर्वरक बैग को साइकिल पर बेचा करते थे, एमडी ने अपने भाषण में कहा।
अपने भाषण में अवस्थी ने मुस्तफा सरदार के कामकाज की सरहाना की। अवस्थी ने आगे कहा कि जब पश्चिम बंगाल सहकारी संघ बंद होने की कागार पर थी तब सरदार ने साइकिल पर घूम-घूमकर इफको का उर्वरक बैग बांटने का काम किया था।
सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश मराठे ने भारतीय सहकारिता से बातचीत में कहा कि“मैं विनम्र महसूस कर रहा हूं और मैं यह पुरस्कार सहकार भारती के सभी कार्यकर्ता की ओर से लेता हूं।
सहकार भारती कई वर्षों से सहकारी संस्थाओं और कॉर्पोरेटरों के नेटवर्क को बनाने का काम कर रही है। आज के दिन मैं महान व्यक्ति सातारा के श्री इनामदार को याद करता हूं जिन्होंने सहकार भारती की स्थापना कर हम लोगों को प्रेरित किया था।
इफको सहकारिता रत्ना और सहकारिता बंधु पुरस्कार उन प्रख्यात कॉर्पोरेटरों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने सहकारी आंदोलन को आगे बढ़ाने और उसके विकास में नि:स्वार्थ से अपना योगदान दिया है।