सहकार भारती के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ज्योतिंदर भाई मेहता ने संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे अर्थशास्त्री से ज्यादा एक चाय वाला को पंसद करते हैं।
अपने फेसबुक वॉल पर मेहता ने लिखा कि “कुछ गतिशील कदम से परिणाम आया है”। अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने देश को संकट में डाला, लेकिन एक चाय वाला देश के लिए दूरदर्शी साबित हुआ।
रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि एनडीए सरकार ने बहुत कम समय में वित्तीय हालत में सुधार किया है और भारत दुनिया का 2016-17 में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश बन जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र विश्व आर्थिक स्थिति की 2016 की रिपोर्ट के अनुसार भारत की 2016 में 7.3 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि होगी और 2017 में 7.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। हालांकि 2014-15 में केवल मामूली सुधार हुआ है। भारत की अर्थव्यवस्था 2016 और 2017 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होगी।
चीन की 2016 में आर्थिक वृद्धि 6.8 प्रतिशत से घटकर महज 6.4 प्रतिशत रह जाएगी। चीनी अर्थव्यवस्था की विकास दर में 2017 में सुधार नहीं होगा।