इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने केरोसिन सब्सिडी के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के प्रक्षेपण का स्वागत किया है। ग्राहक बजार दर पर रसोई गैस खरीदेगा और उसके बैंक खाते में सीधे सब्सिडी हस्तांतरण की जाएगी।
सरकार ने 1 अप्रैल से इसके कार्यान्वयन की योजना बनाई हुई है। निर्णय का स्वागत करते अवस्थी ने ट्वीट किया कि “केरोसिन, रसोई गैस, उर्वरक में सब्सिडी मिलने से देशवासियों को मदद मिलेगी”।
अगले ट्वीट में एमडी ने कहा कि “इफको केरोसिन सब्सिडी के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के प्रक्षेपण का स्वागत करती है, अब उर्वरक पर डीबीटी की बारी है।
वित्तीय वर्ष 2014-15 के दौरान केरोसिन सब्सिडी पर 24,799 करोड़ रुपये खर्च हुए है।
कई राज्य सरकारें चयनित जिलों में मिट्टी तेल में डीबीटी लागू करने के लिए आगे आई हैं। जहां लागू किया गया है, वहां ग्राहक खरीदते समय रियायती मूल्य पर केरोसिन की खरीदी करेगा।
योजना को 1 अप्रैल 2016 से लागू किया जाएगा। राज्य सरकार परिचालन से पहले योजना का परामर्श किया जाएगा। इस योजना की समीक्षा कार्यान्वयन के तीन महीने के बाद की जाएगी।