किसानों की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको ने स्टार्टअप में निवेश करने की योजना बनाई है। इसके तहत उर्वरक सहकारी संस्था ने इफको ने 10 करोड़ रुपए का एक स्टार्टअप फंड भी बनाया है, इसके द्वारा नए विचारों को मदद दी जाएगी।
कृषि क्षेत्र से संबंधित विचारों को प्राथमिकता मिलेगी। इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू एस अवस्थी ने कहा कि नए विचारों और स्टार्टअप्स को फाइनेंस करने के लिए 10 करोड़ रुपए का फंड बनाया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों के हित में जुड़े आइडिया को प्राथमिकता दी जाएगी लेकिन हम सभी तरह के प्रस्तावों का स्वागत करते है।
उन्होंने आगे कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो इस फंड का आकार और बढ़ाया जा सकता है। यदि कोई आइडिया या स्टार्टअप का कॉन्सेप्ट अच्छा और फिजिबल होगा तो उसके लिए फंड की राशि भी बढ़ाई जा सकती है।
इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) ने अपने सभी कर्मचारियों और अन्य सहकारी संस्थाओं से नए बिजनेस और स्टार्टअप्स पर विचार आमंत्रित किए हैं। इसके अलावा सरकार भी 16 जनवरी को स्टार्टअप इंडिया स्टैंडअप इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत करेगी, जिसका उद्देश्य आंत्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देना है।
इस कार्यक्रम का लक्ष्य स्टार्टअप वेंचर्स के लिए बैंक फाइनेंसिंग को प्रोत्साहित करना और आंत्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देकर रोजगार पैदा करना है।
इफको के भारत में पांच और विदेशों में तीन मैन्युफैक्चरिंग संयंत्र हैं। इफको का सालाना यूरिया उत्पादन क्षमता 42 लाख टन और एनपीके उत्पादन क्षमता सालाना 46 लाख टन है।
जापान की टोक्यो जनरल इंश्योरेंस के साथ मिलकर इफको इंश्योरेंस सेगमेंट में भी अपनी सेवाएं दे रही है। पिछले साल अक्टूबर में उसने जापानी कंपनी मित्सूबीशी कॉर्प के साथ गठजोड़ कर एग्रो केमीकल ज्वाइंट वेंचर की स्थापना की थी।