राज्यों से

नरेंद्र शर्मा कांड: बिस्कोमॉन अध्यक्ष पर शाही का आरोप

बिस्कोमॉन के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह पर नरेंद्र शर्मा के मृत शरीर पर राजनीति करने का आरोप लगाया गया है। गौरतलब है कि शर्मा का निधन हाल ही में हुआ था । राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष विनय कुमार शाही का कहना है कि सुनील सिंह की इस करतूत से सहकारी राजनीति बिल्कुल निचले स्तर पर पहुंच गई है।

घटना पिछले सप्ताह की है; 28 जनवरी को बिहार राज्य सहकारी संघ की वार्षिक आम बैठक का आयोजन किया गया था, जहां राज्य के सहकारिता मंत्री आलोक मेहता मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित थे। नरेंद्र शर्मा का निधन 27 की शाम को हुआ था और शाही के अनुसार उनके दिवंगत शरीर को अगले दिन सुबह सुनील सिंह के इशारे पर राज्य संघ कार्यालय परिसर में आयोजित एजीएम में रुकावट पैदा करने के लिए लाया गया।

सुनील सिंह की चाल को समझते हुए मैने पूरी एजीएम को शोक सभा में परिवर्तित कर दिया, शाही ने कहा। चूंकि वह बिस्कोमॉन के निदेशक थे, उनके मृत शरीर को बिस्कोमॉन में लाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। यहां तक कि सुनील सिंह ने उनके अंतिम संस्कार में भाग नहीं लिया।

विनय शाही ने कहा कि एजीएम की शुरूआत होने से ठीक 15 मिनट पहले दिवंगत सहकारी नेता को हमारे प्रागड़ में लाया गया था। मौके की नजाकत को देखते हुए मैं और मेरे तमाम साथियों ने पुष्पांजलि अर्पित करनी शुरू कर दी। यहां तक की मैंने मंत्री के आने तक मृत शरीर को नहीं ले जाने का आग्रह किया ताकि मेहता दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि आर्पित कर सके लेकिन मौका हाथ से फिसलता देख वे लोग आवेश में वहां से चले गये।

सहकारी संघ के अध्यक्ष ने ये भी कहा कि नरेंद्र शर्मा मेरे साथ कई मामलों में लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन मैं वैसा आदमी नहीं हूं जो मरे हुए व्यक्ति के खिलाफ कोई बुरी भावना रखे। बिस्कोमॉन के अध्यक्ष के समर्थक होने के बावजूद, शर्मा के शव के साथ बुरा बरताव किया गया, शाही ने आरोप लगाया।

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close