केंद्रीय कृषि एंव कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि गांव, गरीब एवं किसान को समर्पित ऐसा बजट पहली बार आया है। इस बजट से कृषि उन्नति एवं किसान कल्याण का नया अध्याय शुरू हुआ है। इस बार कृषि और सिंचाई के बजट में भारी वृद्धि हुई है। ऐसा पहले कभी नहीं देखने को मिला। इसलिए इस बार का बजट देश के गांव, गरीब और किसान के विकास की तस्वीर को बदलने वाला साबित होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली द्वारा वर्ष 2016—17 के लिए पेश बजट ने यह साबित कर दिया है कि हमारी मोदी सरकार गांव, गरीब और किसान की सरकार है। जिस तरह से देश के कुछ भागों में सूखों पडा है उसे देखते हुए बजट का कृषि और गांव पर फोकस होना समय की मांग था और देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए जरूरी था।
उन्होंने आगे कहा कि इस बजट से न केवल ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढेंगे बल्कि अगले पांच साल में किसानों की आमदानी को दोगुना करने का भी लक्ष्य रखा गया है। देश में पहली बार मोदी सरकार ने देश के किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में ठोस कदम आगे बढाया है।
सिंह ने कृषि भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश के किसानों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली जी का अभिन्नदन करता हूं। गांव,किसान और कृषि विकास की दृटि से इस बार के बजट आवंटन में रिकार्ड बढोत्तरी की गई है।
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय का – वर्ष 2016-17 के बजटीय प्रावधान से स्पष्ट है कि मोदी सरकार की प्रतिबद्धता गाँव, गरीब, किसान है। कृषि और किसान कल्याण के लिए 35,984 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। किसानों की आय को आगामी 5 वर्षों में दोगुना करना हमारा लक्ष्य है, प्रति इकाई उपज बढाना, किसानों के लिए उनके उत्पादों का उचित मूल्य दिलाना, पशुधन-डेयरी एवं मत्स्यिकी के अलावा कृषि शिक्षा अनुसंधान एवं कृषि विस्तार को बढावा देना हमारी प्रतिबद्धता है|