इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने दर्शकों से वरिष्ठ सहकारी नेता श्री सतपाल का स्वागत करने को कहा। श्री सतपाल की आयु 94 वर्ष है और वे अतीत में इफको के निदेशक भी रहे हैं।
इस अवसर पर सतपाल ने कहा कि इफको में शामिल होने के लिए अवस्थी जी ने काफी लंबे समय का इंतजार किया था लेकिन उन्होंने असाधारण धैर्य दिखाया। सतपाल ने अपने भाषण में प्रबंध निदेशक के सकारात्मक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।
उत्तर प्रदेश से वक्ता अंकित परिहार ने कहा कि भले ही राजनीतिक सत्ता के लोग हमारे एमडी की सराहना नहीं करते लेकिन वह लाखों किसानों के दिलों पर राज करते हैं।
इस अवसर पर कई प्रतिनिधियों ने एमडी और उनकी टीम द्वारा निभाई गई भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने उनके लंबे जीवन की कामना की ताकि संगठन और ऊचाईयों को छू सके।
प्रतिनिधियों में से कुछ भावनात्मक हो गए और आपातकालीन चिकित्सा के मामलों में एमडी के व्यक्तिगत हस्तक्षेप की बात कही। जम्मू और कश्मीर से आए एक प्रतिनिधि ने कहा डॉ अवस्थी हाजी साहिब को देखने के लिए अस्पताल आए थे।
दिल्ली से सुनील खत्री ने उर्वरक की कीमतों को कम करने के लिए इफको प्रबंधन को धन्यवाद दिया। कोयम्बटूर से रामचंद्रन ने कहा कि कीटनाशकों का दक्षिण भारत में व्यापक रूप से इस्तेमाल हो रहा है इसको वहां प्राप्त मात्रा में मुहैया कराया जाना चाहिए।
अन्य वक्ताओं में नासिक से साधना, मंजीत सिंह से पंजाब, नारायण लाल शर्मा से राजस्थान, छत्तीसगढ़ से शशि कांत द्विवेदी, सीतापुर से अर्चना मिश्रा समेत अन्य शामिल थे।