सहकारी बैंकों की शीर्ष संस्था नफकॉब चुनाव के लंबित मामले की जल्द ही सुनवाई की जाएगी। नफकॉब चुनाव की गतिविधियों को देखने के लिए केंद्रीय रजिस्ट्रार ने पूर्व आईएएस अधिकारी जी.जी.सक्सेना को आर्बिट्रेटर के रूप में नियुक्त किया है।
सक्सेना एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी है, जिन्होंने दिल्ली के परिवहन आयुक्त के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की थी। गौरतलब है कि सक्सेना ने भारतीय सहकारिता द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया और सवाल मेल पर भेजने की मांग की। लेकिन हैरत की बात यह रही कि उन्होंने अपनी ई-मेल आईडी तक भी साझा नहीं की।
लेकिन भारतीय सहकारिता को मालूम है कि मई 2016 में केंद्रीय रजिस्ट्रार आशीष भूटानी ने नफकॉब में सक्सेना को आर्बिट्रेटर के रूप में नियुक्त किया था। सुनवाई की पहली तारीख 1 जुलाई के लिए निर्धारित की गई है।
बंबई उच्च न्यायालय ने नफकॉब के निवर्तमान अध्यक्ष मुकुंद अभ्यंकर की याचिका को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा था कि उन्हें पहले केंद्रीय रजिस्ट्रार द्वारा नियुक्त आर्बिट्रेटर के फैसले का इंतजार करना होगा।
अभ्यंकर ने अपने निकल जाने को इस आधार पर चुनौती दी थी कि अलग से कोई बोर्ड की बैठक किए बिना उनके निष्कासन पर प्रस्ताव महज एक नियमित बोर्ड की बैठक में रखकर अनुचित जल्दबाजी में पारित किया गया था।
बाद में, मुकुंद अभ्यंकर ने भारतीय सहकारिता की खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि “हां मुझे सक्सेना की नियुक्ति की सूचना मिल गई है और सुनवाई की तारीख की भी सूचना है”।