भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने गवर्नर के तौर पर दूसरा कार्यकाल लेने से साफ इंकार कर दिया है। 3 सितंबर, 2016 को रघुराम राजन अपना पदभार छोड़ देंगे, मीडिया रिपोर्टों के अनुसार।
आरबीआई के मौजूदा गवर्नर रघुराम राजन के इस बयान के बाद तमाम अटकलों पर विराम लग गया है। रघुराम राजन ने आरबीआई के कर्मचारियों को एक मेल के जरिए इस बात की जानकारी दी है। राजन ने रिजर्व बैंक में अपने सहयोगियों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि सितंबर में वह रिटायर हो रहे हैं और वे एकेडमिक्स की ओर वापस लौट जाएंगे।
राजन के इस फैसले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सरकार रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन द्वारा किए गए अच्छे कार्यों की प्रशंसा करती है और उनके फैसले का सम्मान करती है। जेटली ने कहा कि राजन के उत्तराधिकारी के संबंध में फैसले की घोषणा जल्द की जाएगी।
राजन ने आरबीआई के अपने साथियों को बताया कि वह 4 सितंबर को गवर्नर के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद वापस अध्यापन के क्षेत्र में लौट जाएंगे। आरबीआई स्टाफ को भेजे अपने एक मेल में, जो आरबीआई के वेबसाइट पर जारी किया गया है, राजन ने कहा है कि वह 4 सितंबर के बाद अपने वर्तमान जॉब को आगे जारी नहीं रखेंगे।
गौरतलब है कि बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने पिछले काफी समय से राजन के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। यहां तक कि स्वामी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर आरबीआई गवर्नर के खिलाफ सीबीआई के अंतर्गत बनाई गई एसआईटी से जांच की मांग भी कर चुके हैं।
हालांकि रघुराम राजन ने यह भी कहा कि जब भी देश को मेरी जरूरत होगी तब मैं देश की सेवा के लिए उपलब्धज रहूंगा। साथ ही उन्होंनें उम्मीद जताई कि नए गवर्नर देश की आर्थिक दिशा और आरबीआई को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।