नेफेड के निदेशक अशोक ठाकुर ने दावा किया कि नेफेड किसानों और उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा कर सकती है।
नेफेड के अध्यक्ष वी.आर.पटेल ने ठाकुर पर नेफेड के बेलआउट पैकेज को कमजोर बनाने का आरोप लगाया है। ठाकुर ने कहा कि बेलआउट पैकेज तभी देना चाहिए जब नेफेड फूल प्रूफ प्रणाली से काम करेगा।
नेफेड की भूमिका को रेखांकित करते हुए ठाकुर ने कहा कि फसल बेचने के वक्त किसान जब दवाब में होता है तो नेफेड समर्थन मूल्य पर उसका उत्पाद खरीदकर उचित दाम दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
ठाकुर ने कहा कि पिछले साल नेफेड ने केंद्र सरकार के मूल्य स्थितिकरण कोष के तहत किसानों से सीधा प्याज खरीदकर बफर स्टॉक कर लिया था और जब प्याज के दाम बेहताशा बढ़ने लगे थे तब मदर डेयरी और डीएमएस के माध्यम से दिल्ली की जनता को 35 और 40 किलो पर प्याज मुहैया कराई गई थी।
दाल के मुद्दे पर कहा कि नेफेड ने किसानों से सीधे 50 हजार मीट्रिक टन दाल खरीदकर बफर स्टॉक कर लिया है। नेफेड ने कालाबाजारी और जमाखोरी से राहत दिलाई है और किसानों की आय को दोगुना करने का प्रयास कर रही है।