रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख एल मंडविया ने राज्यसभा में लिखित जवाब में बताया कि उर्वरक विभाग उर्वरक में डीबीटी में पायलट अध्ययन का संचालन करने की योजना बना रही है।
मंडविया ने कहा कि पायलट अध्ययन रबी सीजन में 8 जिलों और खरीफ सीजन में 8 जिलों में किया जाएगा।
पायलट के परिणामों के आधार पर, उर्वरक विभाग डीबीटी के पैन इंडिया रोड मैप के साथ आगे बढ़ेगा।
उर्वरक में डीबीटी की व्यवहार्यता केवल पायलट का परिणाम आने के बाद ही पता चलेगी। एक बार जब पायलट पूरा हो जाएगा, तब उर्वरक विभाग तकनीकी और परिचालन चुनौतियों का मूल्यांकन करेगा।
प्रधानमंत्री ने हाल ही में डीबीटी के माध्यम से 28000 करोड़ रुपये की बचत की बात की है।