उत्तर प्रदेश स्थित प्रादेशिक सहकारी संघ द्वारा गोद लिए गावं प्रगति की राह पर है और इन गांवों की महिलाओं को रोजगार मिलना शुरू हो गया है। कौशल विकास योजना के तहत सहकारी संघ महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण दे रहा है और लगभग दो हजार महिलाएं इस काम में जुटी हुई है।
चौधरी चरण सिंह पीजी कॉलेज में कॉरपोरेटर कार्यशाला को संबोधित करते हुए पीसीएफ अध्यक्ष आदित्य यादव ने कहा कि सहकारी समितियां ग्रामीण विकास की रीढ़ हैं।
अपनी बात को विस्तार में बताते हुए यादव ने कहा कि सहकारी संस्थाओं के प्रयासों के कारण ही किसानों को राज्य में यूरिया की कमी से जूझना नहीं पड़ता है और इसके अलावा किसानों के लिए प्रयोगशालाओं का आरंभ किया गया है।
उन्होंने कहा कि “हमने हर किसान मेला और संगोष्ठी में किसानों से फसल चक्र बदलने के लिए आग्रह किया है और आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाने की बात कही है”।
उत्तर प्रदेश सहकारिता मंत्री शिवपाल सिंह यादव के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि सहकारी बैंक 3 प्रतिशत ब्याज दर से महिलाओं को ऋण प्रदान कर रहे हैं।
पीसीएफ अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता किसानों और उनके गांवों को विकसित करना है। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने वृक्ष रोपण किया और कॉलेज के अधिकारियों से इन पौधों की देखभाल करने के लिए आग्रह किया।
इफको के निदेशक योगेन्द्र सिंह ने कहा कि हम जसंवतनगर विधानसभा इलाके में 5,000 पौधे लगाएंगे और इसकी शुरुआत शिवपाल सिंह यादव ने हावड़ा से की है।