उपभोक्ता सहकारी समितियों की शीर्ष निकाय एनसीसीएफ ने पिछले सप्ताह एनसीयूआई के बोर्डरूम में बोर्ड की बैठक का आयोजन किया जिसमें उपनियमों में संशोधनों पर चर्चा हुई। एनसीसीएफ बोर्ड में 21 सदस्य होने चाहिए लेकिन बोर्ड में केवल 11 निदेशक हैं।
एनसीसीएफ की बोर्ड में केवल 11 निदेशक है, जिसमें से 2 सरकारी प्रतिनिधि, एनसीडीसी, एनसीयूआई, नेफेड से एक प्रतिनिधि और एमडी कमल चौधरी शामिल है। बोर्ड में दो सहयोजित सदस्य हैं।
निर्वाचित निदेशक के अलावा, एनसीसीएफ के अध्यक्ष बिजेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह और एनसीयूआई के अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह के पुत्र यशपाल सिंह जो झांसी स्थित बुंदेलखंड कृषि उत्पादन विपणन सहकारी समिति का प्रतिनिधित्व करते है।
इससे पहले अतीत में एनसीसीएफ के पास राज्य महासंघों से पांच प्रतिनिधि थे लेकिन उपनियमों में शर्तों के चलते सभी खाली जगहों को भरना संभव नहीं था।
इसके अलावा कई पूर्व निदेशक चुनाव के लिए योग्य नहीं पाए गए क्योकिं उनकी सहकारी समितियां उपविधि की शर्तों को पूरा करने में असमर्थ रही थी। स्वग्रीय अजित सिंह के बेटे विशाल सिंह उसमे से एक है।
इसके अलावा, बोर्ड ने चालू वर्ष के लेखा परीक्षा और खाते के विवरण को पारित किया है। कई निदेशकों ने आरोप लगाया कि लेखा परीक्षा में कई खामियां है।
बैठक में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, एनसीयूआई अध्यक्ष और अन्य लोग मौजूद थे।