नेफकब चुनाव के मामले में जल्द ही फैसले सुनाए जाने की संभावना है क्योंकि मंगलवार की शाम को बहस समापत हुई। नफकॉब के अध्यक्ष ज्योतिंद्रभाई मेहता ने भी मंगलवार को कार्यवाही में भाग लिया और कहा कि 10-12 दिनों के भीतर फैसले सुनाए जाने की संभावना है।
दोनों पक्षों ने 29 और 30 अगस्त को अपने-अपने तर्क प्रस्तुत किए थे। सोमवार को मुकुंद अभ्यंकर ने अपना तर्क दिया वहीं मंगलवार को महेता ने अपना तर्क प्रस्तुत किया।
गौरतलब है कि प्रत्येक पक्ष 2 सितंबर को लिखित में तर्क प्रस्तुत करेंगे, जिसके बाद अर्भिटेटर अपना फैसला सुनाएगा, मेहता ने भारतीय सहकारिता से बातचीत में कहा।
भारतीय सहकारिता से बातचीत में मुकुंद अभ्यंकर ने कहा कि “मेरे वकील ने मेरी बात रखी”। यह कोर्ट केस नहीं है और एक वकील हमारा प्रतिनिधित्व करने के लिए पर्याप्त है, उन्होंने कहा।
केस की सुनवाई जुलाई में शुरू हुई थी। आईएएस से सेवानिवृत जी जी सेक्सना केस में अर्भिटेटर है। केस की सुनवाई नीति बाग स्थित जी जी सक्सेना के कार्यालय में हुई।
बंबुई उच्च न्यायालय ने नेफकब के पूर्व अध्यक्ष मुकुंद अभ्यंकर की याचिका को खारिज किया था जिन्होंने अपने निष्कासन से संबंधित अविश्वास प्रस्ताव को चुनौती दी थी। उच्चन्यायालय ने याचिकाकर्ता से केंद्रीय रजिस्ट्रार द्वारा नियुक्त मध्यस्थता के मार्ग को अपनाने को कहा था।।