एनसीयूआई के अध्यक्ष डॉ चंद्र पाल सिंह यादव ने कृभको की वार्षिक आम बैठक के तुरंत बाद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला से मुलाकात की।
चर्चा का मुख्य विषय नेफेड का बेल आउट पैकेज था।
इस मौके पर बिजेन्द्र सिंह, जी.एच.अमिन, और नेफड के उपाध्यक्ष दिलीपभाई संघानी भी थे।
सहकारी नेताओं ने हाल ही में पूर्व मंत्री मोहनभाई कुंदरिया से मुलाकात की थी और नेफड के बेल आउट पैकेज पर चर्चा की थी। लगभग एक साल पहले सरकार ने नेफड को पुनर्जिवित करने के लिए पैकेज देने का वादा किया था और अब इस सहकारी संस्था से जुड़े लोगों के मन में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है।
पाठकों को याद होगा कि सरकार ने कर्मचारियों के वेतन और प्रशासनिक खर्च सहित वित्तीय दायित्वों को पूरा करने के लिए 5 साल तक 30 करोड़ रुपये वार्षिक अनुदान देने का फैसला लिया है।
दिलीपभाई संघानी ने गुरुवार को मंत्री के साथ बैठक के तुरंत बाद भारतीय सहकारिता से बातचीत में कहा कि “हमने सहकारी समितियों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की लेकिन ज्यादातर नेफेड के बेलआउट पैकेज पर ध्यान केंद्रीय किया गया। हमने मंत्री से आग्रह किया कि सरकार को जल्द से जल्द बेल आउट पैकेज जारी करना चाहिए।
सहकारी नेताओं ने सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों के संरक्षण पर जोर दिया। बैठक करीब आधे घंटे तक चली।
रूपाला ने हमारे विचारों को ध्यान से सुना और हमें समर्थन देने का आश्वासन दिया, संघानी ने इस संवाददाता को बताया।