छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष लखन लाल साहू ने कहा कि सहकारी समितियों के माध्यम से युवाओं को रोजगार और आय सृजन करने के लिए कॉपरेटिव मैनजमेंट यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए कठिन परिश्रम किए जा रहे हैं।
सहकारी समितियों पर चर्चा और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन विभिन्न कॉलेज में आयोजित किया गया है। छात्र सहकारी मॉडल के जरिए छोटे लघु और कुटीर उद्योगों या किसी अन्य कार्य को करके अपने और अपने परिवार के जीवन स्तर में सुधार ला सकते हैं, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष लखन लाल साहू ने दावा किया।
सहकारी संघ ने रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर कॉपरेटिव मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की और रजिस्ट्रार ने परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है, साहू ने कहा।
साहू ने यूनिवर्सिटी स्थापित करने के संबंध में एनसीसीटी के सचिव मोहन मिश्रा से भी बातचीत की। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि इस विषय पर राज्य सरकार से भी चर्चा की जाएगी।
वर्तमान में इस तरह का विश्वविद्यालय केवल असम में मौजूद है। अगर इस तरह की यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ में स्थापित होती है तो वहां माइक्रो क्रेडिट के स्कूल, सूक्ष्म बीमा के स्कूल आदि होंगे और विश्वविद्यालय छात्रों को डिग्री भी देगा। छात्रों को प्रशिक्षत किया जाएगा जिससे वे सहकारी संस्थाओं का संचालन सही ढंग से कर सके, साहू ने कहा।
इन दिनों लाखन लाल साहू कागजात लेकर एनसीयूआई मुख्यालय के गलियारों के चकर लगा रहे हैं। ये लोग चीजों को बखूबी जानते हैं और मैं उनकी मदद के लिए तत्पर हूं, उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना में एनसीयूआई और एनसीसीटी की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा।