प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जवाब आया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहकारी सस्थाओं की शीर्ष संस्था एनसीयूआई द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय सहकारी समारोह में भाग नहीं लेंगे।
पीएमओ से पत्र प्राप्त होने के बाद सहकारी समारोह के लिए की जा रही तैयारियों को लेकर जो अनिश्चितता थी वो अचानक खत्म हुई और जो लोग तैयारी की देखरेख कर रहे थे उन्होंने राहत की सांस ली।
एनसीयूआई के अध्यक्ष ने दो सप्ताह पहले केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की थी। वे चाहते थे कि प्रधानमंत्री को जल्द से जल्द निर्णय लेना चाहिए। यादव ने भारतीय सहकारिता से बातचीत में कहा कि “विदेशी देशों को निमंत्रण भेजा जाना है और समय बहुत कम है हमारे पास”।
इस बीच, सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के अलावा, इस अवसर पर भारत के उपराष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी से अनुग्रह करने के लिए संपर्क किया जा रहा है। उनमें से एक व्यक्ति उद्घाटन करेंगे जबकि अन्य समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
प्रधानमंत्री की भागीदारी पर स्पष्टता हमारे लिए महत्वपूर्ण थी, एक अन्य सहकारी नेता ने कहा। अब सभी कार्य अशोका होटल जहां चार कॉनफ्रेन्स हॉल पहले से आरक्षित किए जा चुके हैं, में आयोजित किया जाएगा। प्रतिनिधियों के रहने की व्यवस्था अशोका और जनपत होटल में की गई है, रितेश डे ने कहा।
यह मूल रूप से आईसीए ए-पी का समारोह होगा और हम केवल मेजबानी कर रहे हैं। आईसीए ए-पी सभी लिखित सामग्री तैयार कर रहा है, एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी एन सत्यनारायण ने बताया।
पाठकों को याद होगा कि एनसीयूआई अंतरराष्ट्रीय सहकारी अलायन्स की एजीएम का आयोजन कर रहा है। गौरतलब है कि आईसीए ए-पी की महासभा का आयोजन इस साल नवंबर में नई दिल्ली में किया जाना है।
वास्तव में, यह भविष्य की सभी सम्मेलनों के लिए एक मॉडल साबित होगा, एनसीयूआई अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा।