इफको की मध्य प्रेदश में ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने की नवीनतम पहल सहकारी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। उर्वरक सहकारी संस्था नवीन विचारों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान आने से उत्सुक है।
इंदौर के खरगोन जिले में इफको ने ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षित करने के लिए तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया था। इफको ने दावा किया कि ये महिलाएं सालाना करीब 57 हजार रुपये कमा रही हैं।
एक किलो सोयाबीन से 8 लीटर दूध तैयार किया जा रहा है और बाजार में बेचकर पैसा कमा रही है।
सहकारी संस्था के अध्यक्ष डॉ यू.एस.अवस्थी ने ट्वीट किया कि “#इफको की सफलता की एक और गाथा।#इंदौर की रोशनी ने #इफको प्रशिक्षण से बदली अपनी और अन्य ग्रामीण महिलाओं की ज़िंदगी।
पाठकों को याद होगा कि इससे पहले इफकोलाइव.कॉम ने असम के दूरदराज गांव में किसानों के जीवन स्तर में बदलाव को लेकर एक सफलता की कहानी प्रकाशित की थी।