केन्द्र सरकार ने देश के सभी जिलों में कृषि विज्ञान केन्द्र खोलेने की घोषणा की है। इससे किसानों को उनके खेतों के नजदीक ही आधुनिक कृषि सहायता मिलेगी। इसके अतिरिक्त केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने भी दस राज्यों में मधुमक्खीशाला विकास केन्द्र खोलने की घोषणा की है।
श्री सिंह ने किसानों से जैविक उर्वरक बनाने, कागज बनाने तथा कार्डबोर्ड और पशुचारे के लिए धान की भूसी का उपयोग करने को कहा। श्री सिंह ने निर्देश दिया कि सभी कृषि विज्ञान केन्द्र और जिला कृषि अधिकारियों को धान की भूसी के उपयोग के बारे में किसानों को बताना चाहिए।
श्री राधा मोहनसिंह ने राष्ट्रीय वानिकी योजना के अंतर्गत माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मिशन को लागू करने के लिए खेतों की सीमाओं पर पौधे लगाने की संख्या बढ़ाने को कहा।
श्री राधा मोहन सिंह ने नई दिल्ली में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से 12 राज्यों के विज्ञान कृषि विज्ञान केन्द्र विशेषज्ञों और कृषि विकास तथा किसानों से जुड़े जिलास्तरीय अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। यह पहला अवसर है जब श्री सिंह ने कृषि विज्ञान केन्द्र विशेषज्ञों और कृषि विकास तथा किसानों से जुड़े जिलास्तरीय अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की। श्री सिंह ने किसानों से धान के खेतों में मछली पालन करने का सुझाव दिया।
श्री राधा मोहन सिंह ने युवाओं से अपील की कि वे कृषि योजना आधारित स्टार्टअप से जुड़ें। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र विशेषज्ञ और जिलास्तरीय कृषि विकास अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन में सकारात्मक सहयोग करें।