उर्वरक सहकारी संस्था कृभको ने विश्व की प्रसिद्ध कंपनी ओसीपी के साथ शुक्रवार को नई दिल्ली के ताजमान सिंह होटल में सयुक्त उद्यम की घोषणा की है।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री मनसुख मांडविया मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित थे। उन्होंने अपने भाषण में किसानों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने मे कृभको की भूमिका की सराहना की।
इससे पहले, इस अवसर पर बोलते हुए कृभको के अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि आंध्र प्रदेश के कृष्णपट्टनम में बंदरगाह के नजदीक इसके संयंत्र की स्थापना की जाएगी। सहकारी क्षेत्र की कंपनी की इस संयुक्त परियोजना में मोरक्को की कंपनी की हिस्सेदारी 50 फीसद की होगी।
कृभको के प्रबंध निदेशक एन.संबाशिवा राव ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दोनों प्रमुख कंपनियों के संयुक्त उपक्रम को स्थापित करने में 1540 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। स्थापित होने वाले संयंत्र में कुल 12 लाख टन एनपीके का उत्पादन किया जाएगा।
ओसीपी की तरफ से प्रबंध निदेशक मुस्ताफा इल ओफ और ईडी वित्त सुश्री गिसलेनी गुदिरा उपस्थित थी। इस अवसर पर श्री ओफ ने कहा कि यह उद्यम दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों का प्रमाण है।
कृभको के प्रबंध निदेशक ने कहा कि फर्टिलाइजर उत्पादन में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी ओसीपी भारत में कृभको के साथ मिलकर मिश्रित खाद का उत्पादन करेगी। फिलहाल कृभको देश में यूरिया का उत्पादन करती है, जो अब एनपीके का भी उत्पादन करेगी।
इस मौके पर फर्टिलाइजर राज्यमंत्री मनसुख भाई मंडाविया ने कहा कि किसानों के सहकार वाली इफको और कृभको ने इस देश में इतिहास रच दिया है। कृभको की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए मंडाविया ने कहा कि यह किसानों के हितों का पूरा ध्यान रखती है।
चंद्रपाल सिंह ने कहा कि कृभको के 10 हजार से ज्यादा सहकारी समितियां सदस्य हैं और अब तक यूरिया का उत्पादन किया गया। अब ओसीपी की मदद से किसानों को एनपीके और डीएपी देने में मदद करेंगे। हम भविष्य में मोरक्को में निवेश करना चाहते हैं और मैनें इस बारे में मंत्री जी को भी बताया है, यादव ने कहा।
इस अवसर पर वी.आर.पटेल, कृभको के उपाध्यक्ष, गजेन्द्र भुजबाल, उर्वरक मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव, बिजेन्द्र सिंह, एनसीसीएफ अध्यक्ष, सुनील कुमार सिंह, बिस्कोमॉन अध्यक्ष समेत अन्य मौजूद थे।