एनसीयूआई के अध्यक्ष डॉ चंद्रपाल सिंह यादव ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री से राज्य के सहकारी अधिनियम के मुद्दे पर वक्त मांग है।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश बहुराज्य सहकारी शहरी बैंक महासंघ के अध्यक्ष जी.रामा मूर्ति ने चंद्रपाल से संपर्क किया था। मूर्ति ने राज्य के विभाजन को मद्देनजर रखते हुए नए तेलंगाना सहकारी अधिनियम में समर्थन की मांग को लेकर एनसीयूआई को पत्र लिखा था।
20 मई 2016 को तेलंगाना सरकार ने तेलंगाना सहकारी सोसायटी अधिनियिम में संशोधन के बाद आंध्र प्रदेश सहकारी सोसायटी अधिनियम 1964 को अपनाया था। नए अधिनियम के प्रावधानों में से कुछ लोकतांत्रिक और सहकारी सिद्धांतों के खिलाफ हैं, मूर्ति ने कहा।
एनसीयूआई ने सहकारी नेताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
बाद में संघ के प्रतिनिधिमंडल ने तेलंगाना सहकारिता मंत्री से मुलाकात की और अधिनियम में प्रावधानों के बारे में सूचित किया और अधिनियम को संशोधित करने का अनुरोध किया और सहकारी क्षेत्र के लिए अनुकूल बनाने के लिए कहा। मंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन के बावजूद अभी तक कुछ नहीं हुआ है, उन्होंने कहा।
तेलंगाना सहकारी सोसायटी अधिनियम 97 संविधान संशोधन की भावना के खिलाफ है, उन्होंने आगे कहा।