किसानों की सहकारी संस्था इफको की कलोल इकाई में जैसे ही उर्वरक सहकारी की स्वर्ण जयंती के अवसर पर शंकर महादेवन का संगीत……इफको मिट्टी की जान..इफको किसान की शान…की गूंज से वातावरण गुंजायमान हो गया।
इफको की कस्तूरी नगर स्थित कलोल टाउनशिप में इफको अधिकारियों के साथ-साथ उनके परिवारजनों और बच्चों ने लुफ्त उठाया। दर्शकों में से लड़कों और लड़कियों ने मंच के पास आकर इस अनूठा शो का आनंद लेते हुए परिपत्र नृत्य किया।
इफको के प्रबंध निदेशक ने कहा कि चूंकि इफको ने कलोक की पवित्र भूमि से अपना ऑपरेशन शुरू किया था और इतनी ऊंचाई तक पहुंचने में सक्षम हुआ है।
जब यह निर्णय लिया गया कि इफको एक संयंत्र की स्थापना करेगी तो इकाई के लोगों ने इसे खारिज किया। वे हमेशा चाहते थे कि सहकारी संस्था गांव में छोटे-छोटे दुकानों की स्थापना करें, अवस्थी ने कहा।
इफको के पहले अध्यक्ष उदय भान सिंह और एमडी पॉल पोथिन को श्रद्धांजलि देते हुए डॉ अवस्थी ने कहा कि “जो कुछ भी हो, हमको अपना मूल मंत्र नहीं भूलना चाहिए और वो है किसानों की भलाई”, समारोह की थीम “मिट्टी की जान किसानों की शान” विषय हमारी योजना पर बहुत अच्छी तरह से फिट बैठता है, उन्होंने टीम की सराहना करते हुए कहा।
इफको की कॉर्पोरेट फिल्म हिंदी और अंग्रेजी का अनावरण एन.पी.पटेल औ गौड़ा द्वारा किया गया। इफको के संयुक्त प्रबंध निदेशक राकेश कपूर ने कस्तूरी पत्रिका का विमोचन किया।
इफको गुरुवार शाम से प्राइम टाइम टीवी शो पर विज्ञापनों में अपने 50 वें जन्मदिन के उपलक्ष्य के रूप में अपने कॉर्पोरेट फिल्म का शुभारंभ किया।