श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन की जंयती पर देश ने राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया। कुरियन ने अमूल सहकारी मॉडल के माध्यम से गुजरात के गरीब वर्ग के लोगों को सशक्त बनाने का काम किया था।
अगर केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने दिल्ली में मनाया तो जीसीएमएमएफ के प्रबंध आर.एस.सोढ़ी कुरियन के राज्य केरल में थे।
जीसीएमएमएफ प्रबंध निदेशक आर.एस.सोढ़ी ने देश के लगभग सभी महत्वपूर्ण व्यक्तियों को जिन्होंने कुरियन को श्रद्धांजलि अर्पित की थी, के ट्वीट को रीट्वीट किए।
केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट में लिखा कि “श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन को उनकी जन्म जंयती पर याद किया”।
डॉ यू.एस.अवस्थी, इफको एमडी ने ट्वीट करके कुरियन को याद किया। उन्होंने लिखा कि “राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन की 95वीं जन्म जयंती पर सच्ची श्रद्धांजलि”।
केरल के राज्यपाल ने ट्वीट किया कि “राष्ट्रीय दुग्ध दिवस पर वर्गीज कुरियन पर अपने व्याख्यान में केरल के किसानों को खेती बाड़ी और डेयरी को और अधिक विकसित करने की अपील की।
राधा मोहन सिंह ने ट्वीट किया कि “श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन को श्रंद्धाजलि”।
केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह और केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री सुदर्शन भगत, कृषि मंत्रालय,पशुपालन, डेयरी के अधिकारी और देश भर से आए दुग्ध परिसंघों के प्रतिनिधि ने राष्ट्रीय दुग्ध दिवस पर नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया।
कुरियन को याद करते हुए सिंह ने कहा पिछले दो वर्षों 2014-15 तथा 2015-16 में दूध उत्पादन ने 6.28% की विकास दर हासिल की है जो पिछले वर्षों की लगभग 4% विकास दर से कही अधिक है।
राधा मोहन सिंह ने कहा कि इससे प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 2013-14 के 307 ग्राम प्रति दिन से बढ़कर 2015-16 में 340 ग्राम प्रति दिन हो गई है, जो 5% की विकास दर है और 2014-15 में यह 3% से कम थी।
सिंह ने कहा कि डॉ. कुरियन ने दुग्ध सहकारी संस्थानों का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि भारत पिछले 15 वर्षों से दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र मे दुनिया में नंबर वन बना हुआ है और इसका श्रेय छोटे दुग्ध उत्पादकों को जाता है। उन्होंने आगे कहा कि अभी इस क्षेत्र में बहुत काम करना है ताकि देश के हर बच्चे को दूध पर्याप्त मिले।