नेफकॉब का दसवां अखिल भारतीय सम्मेलन जो फरवरी के पहले सप्ताह के लिए अनुसूचित था उसके स्थागित होने की वजह से प्रतिनिधियों जिन्होंने टिकट की बुकिंग के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी में अपने प्रवास की व्यवस्था की थी उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
भारतीय सहकारिता को कई प्रतिनिधियों ने मेल किया जिन्हें सही तरह से सम्मेलन के स्थगित करने के बारे में सूचित नहीं किया गया था।
हमने 31,462/- चार प्रतिनिधियों के पंजीकरण के रूप में शुल्क दिया था लेकिन आजतक हमें किसी तरह की पुष्टि नहीं मिली है।
नेफकॉब के बहाल अध्यक्ष ज्योंतिद्र भाई मेहता ने कहा कि सम्मेलन को स्थल की कमी की वजह से स्थगित किया गया है।
यदि आपको मुझ पर विश्वास नहीं है, तो मैं आपको डीडीए से प्राप्त रद्द पत्र भेज सकता हूं जिसमें सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम पहले हमें आंवटित किया गया था लेकिन बाद में भोजपुरी फिल्म समारोह के आयोजन के लिए स्थानांतरित किया गया, मेहता ने कहा। फिर हमने एनसीयूआई में आयोजन करने का फैसला लिया था लेकिन सभागार में केवल 600 लोगों के बैठने की व्यवस्था हो सकती है और हम 1200 से 1500 के बीच में लोगों के आने की उम्मीद कर रहे हैं, उन्होंने रेखांकित किया।
प्रतिनिधियों के शुल्क की वापसी के मुद्दे पर नेफकॉब के मुख्य कार्यकारी सुभाष गुप्ता ने कहा कि कार्यक्रम रद्द नहीं स्थागित किया गया है तो यह सवाल ही नहीं उठता।