उर्वरक सहकारी संस्था इफको अपनी कलोल इकाई को कैशलेस में परिवर्तित करने में सफल हुई है। इफको ने समय-समय पर किसानों को कैशलेस अर्थव्यवस्था से जोड़ने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है।
इफको की कलोल इकाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजक्ट “भारत को कैशलेस अर्थव्यवस्था बनाना” की दिशा में अपने कामकाजों में प्रीपेड कार्ड, पीओएस मशीन, सरकारी ऐप का बड़े पैमाने पर उपयोग कर रही है।
संस्था के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने कलोल की टीम को बधाई दी और ट्वीट में लिखा कि “इफको कलोल इकाई को डिजिटल अर्थव्यवस्था को अपनाने के लिए बधाई। पीओएस मशीन, प्रीपेड कार्ड, सरकारी ऐप का इस्तेमाल”।
अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि “इफको पीएम मोदी के कैशलेस अर्थव्यवस्था को देश-भर में बढ़ावा दे रही है”।
अपने किसानों से जुड़ने के अभियान में इफको एमडी डॉ यू.एस.अवस्थी किसानों को कैशलेस अर्थव्यवस्था को अपनाने के लिए प्रोत्साहन करते रहते है और उन्हें इनके फायदा में बारे में शिक्षित भी करते है। गौरतलब है कि उन्होंने 50 से अधिक शहरों का दौरा कर चुके है।
इफको अपनी स्वर्ण जयंती बना रहा है जिसकी शुरूआत कलोल से 2016 में हुई थी और 2017 में समाप्त होनी है।