देश में सहकारी समितियों की शीर्ष संस्था एनसीयूआई में जल्द ही एक नए उप-मुख्य कार्यकारी अधिकारी की नियुक्ति होने जा रही है और वे स्टाफ के सदस्यों में से एक होगा। इस समाचार से एनसीयूआई के कर्मचारियों में हलचल का माहौल पैदा हो गया है।
पिछले सप्ताह एनसीयूआई बोर्ड की बैठक हुई थी जिसमें नियमित रूप से एक उप-सीई के पद का सृजन का फैसला लिया गया था, जीसी के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर कहा।
इसके अलावा कि मुख्य सीई एनसीयूआई से ही होगा बोर्ड ने दूसरा महत्वपूर्ण फैसला ये लिया कि उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी का वेतनमान वेमनीकॉम के निदेशक के वेतनमान के बराबर होगा।
इसका उद्देश्य भविष्य में आने वाली किसी भी स्थिति से निपटने का है। पाठकों को याद होगा कि हाल में एन.सत्यनारायण को वेमनीकॉम के अतिरिक्त प्रभार को त्यागना पड़ा क्योंकि उनका वेतनमान वेमनीकॉम के डायरेक्टर से कम था, एक जानकार सूत्र ने कहा।
सूत्रों का कहना है कि शीर्ष संस्था का पहला उप-मुख्य कार्यकारी एन.सत्यनायण होने जा रहे हैं और वह लंबी पारी खेलेंगे क्योंकि नए सीई की नियुक्ति में कई प्रशासनिक कार्य शामिल है।
इस प्रक्रिया में एक या दो साल का समय लग सकता है, सूत्र ने बताया।
इस मुद्दे के अलावा, बोर्ड के सदस्यों ने 7वीं वेतन आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वन को हरी झंडी दिखाई। इस खबर का एनसीयूआई मुख्यालय में स्वागत किया गया।
औसतन, प्रत्येक कर्मचारी के वेतन में 20 प्रतिशत तक वृद्धि होने की उम्मीद है, सूत्र ने बताया। यह 1 अप्रैल 2017 से लागू होगा।