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इफ्को के प्रबंध निदेशक डॉ यू एस अवस्थी शायद सहकारी क्षेत्र के एकमात्र नेता होंगे जिन्हें पिछले हफ्ते भारत की यात्रा पर आये जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला के सम्मान में भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद द्वारा आयोजित राष्ट्रपति भोज में आमंत्रित किया गया।
आपको याद दिला दें कि उर्वरक कंपनी इफ्को ने जॉर्डन में जिफको नाम का एक सफल सहउद्यम स्थापित किया है, जिसका उद्घाटन भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला ने 2015 में किया था।
जॉर्डन किंग अब्दुल्ला राजा अब्दुल्ला द्वितीय, एक व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आये थे। भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल को किनारे करते हुए उनका स्वागत किया। दोनों नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक के बाद दोनों देशों के बीच सहयोग के 12 क्षेत्रों में समझौता के लिए रास्ता साफ हुआ। आतंकवाद की निंदा करते हुए दोनों नेताओं ने रक्षा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एक साथ काम करने की कसम खाई।
बाद में राजा अब्दुल्ला द्वितीय को राष्ट्रपति हाउस में आमंत्रित किया गया जहां उन्होंने राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के संग प्रधान मंत्री और उनके वरिष्ठ कैबिनेट सहयोगियों से मुलाकात की। अन्य महत्वपूर्ण लोगों के साथ अवस्थी भी इस मीटिंग में मौजूद थे।
बैठक के बारे में अवस्थी ने ट्वीट करते हुए अंग्रजी में लिखा “ कल राष्ट्रपति भवन में जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय इब्न अल हुसैन के सम्मान में राष्ट्रपति कोविन्द जी ने भोज आयोजित की इससे दोनों राष्ट्रों के संबध और बेहतर होंगे. मुझे काफी खुश हुई”।
अवस्थी ने यह भी कहा कि जिफको की सफलता दोनों देशों के बीच मधुर संबंध का एक जीवंत उदाहरण है। “यह दोनों देशों के बीच अच्छे द्विपक्षीय व्यापार में मदद कर रहा है; यह इफ्को द्वारा जॉर्डन में सबसे मजबूत तकनीकी संयुक्त उद्यमों में से एक है, उन्होंने रेखांकित किया।
अवस्थी ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जिफ्को लगातार बेहतर कर रहा है, यहां तक कि फरवरी मास में इसने 100% से ज्यादा मासिक उत्पादन लक्ष्य पूरा कर लिया है।
इफको और जॉर्डन फॉस्फेट्स माइंस कंपनी लिमिटेड (जेपीएमसी) ने 2008 में एक संयुक्त उद्यम का गठन किया था, जहां इफ्को और इसके सहयोगी कंपनियां का 52% इक्विटी हैं, जबकि जेपीएमसी का 48% इक्विटी है। ये प्लांट दुनिया में फॉस्फोरिक एसिड कॉम्प्लेक्स का सबसे विशाल उत्पादन केन्द्र है।
इस बीच, भारत में जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत और जॉर्डन के बीच व्यापार और निवेश में और भी वृद्धि के अपार संभावनाएं हैं।