गुजरात अर्बन कॉपरेटिव बैंकों की शीर्ष संस्था जीयूसीबीएफ के हाल ही में हुए चुनाव में ज्योतिंद्र मेहता को अध्यक्ष और डोलरराय कोटेचा को उपाध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया है। यह चुनाव गुजरात के अहमदाबाद स्थित फेडरेशन के मुख्यालय में हुआ था।
गौरतलब है कि जीयूसीबीएफ का चुनाव हर पांच साल में होता है और आखिरी चुनाव 2015 में हुआ था लेकिन फेडरेशन और गुजरात स्टेट कॉपरेटिव अधिनियम के अनुसार फेडरेशन के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव हर 2.5 साल में आयोजित किया जाता है।
मेहता ने एक बार फिर अपने डिप्टी के साथ फेडरेशन की सत्ता हासिल की है। ज्योतिंद्र मेहता सहकार भारती के अध्यक्ष भी हैं और भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (एनसीयूआई) की बोर्ड पर सरकारी नॉमिनी हैं।
गुजरात अर्बन कॉपरेटिव बैंक फेडरेशन (जीयूसीबीएफ) की स्थापना अहमदाबाद में 1975 में हुई थी। राज्य के 220 अर्बन कॉपरेटिव बैंक जीयूसीबीएफ के सदस्य हैं। इस फेडरेशन का उद्देश्य अर्बन कॉपरेटिव बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर प्रकाश डालना है।
फेडरेशन के सदस्य एन.वी.पटेल ने चुनाव प्रक्रिया की देखरेख की और परिणाम घोषित किया।
चुनाव के तुरंत बाद फेडरेशन के सीईओ जे.वी.शाह ने इस संवाददाता को बताया कि किसी भी व्यक्ति ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अपना नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया था और मेहता को निर्विरोध चुन लिया गया।
एक सहकारी नेता होने के नाते मेहता को फील्ड का करीब 40 साल का अनुभव है। मेहता गुजरात के राजकोट से आते हैं और उन्होंने अतीत में शहरी सहकारी बैंकों की महासंघों का भी प्रतिनिधित्व किया था। वे अर्बन कॉपरेटिव बैंकों की शीर्ष संस्था नेफकॉब के भी अध्यक्ष रहे हैं।
इस बीच, मेहता को उनको समर्थकों और शुभचिंतकों ने फेसबुक के जरिए शुभकामनाएं दी।