गुजरात स्टेट कॉपरेटिव यूनियन द्वारा आयोजित महिला सहकारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि जब पूरा विश्व अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रहा है तो हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि महिलाओं के विकास में कोई भेदभाव न हो। गुजरात स्टेट कॉपरेटिव यूनियन के अध्यक्ष गुजरात के दिग्गज सहकारी नेता जी.एच.अमीन हैं।
इस सम्मेलन का आयोजन गांधीनगर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर किया गया था जिसमें सहकारी क्षेत्र में 33 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण देने के प्रस्ताव को पारित किया गया।
गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। पटेल ने कहा कि महिलाओं को समान अधिकार मिलना चाहिए और साथ ही समाज को यह सुनिश्चित करना पड़ेगा कि उनकी बेटियों को अच्छी शिक्षा मिल सके।
“यह सराहनीय है कि सहकारी समितियां महिलाओं को सशक्त बनाने में सक्रिय है और इसके लिए गुजरात का सहकारी क्षेत्र बधाई का पात्र है। हमें माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी द्वारा दिए गए “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के नारे को बरकरार रखना है”, पटेल ने कहा।
इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के उपाध्यक्ष और जीएससीयू के अध्यक्ष घनश्याम अमीन ने कहा कि यह बड़े अफसोस की बात है कि आजादी के 70 साल बाद भी महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हमें सम्मेलनों का आयोजन करना पड़ रहा है। दुर्भाग्य से, महिलाओं को वो सम्मान नहीं मिला जिसकी वे हकदार हैं, अमीन ने कहा।
यदि हम देश का विकास चाहते हैं तो समाज को महिलाओं के उत्थान के बारे में सोचना ही होगा। भारत की जीडीपी में महिलाओं का योगदान चीन के 40 प्रतिशत योगदान के मुकाबले मात्र 10 प्रतिशत है। और महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में, भारत 144 देशों में से 108 वें स्थान पर है। सहकारी गतिविधियों के माध्यम से ही महिलाओं का योगदान बढ़ाया जा सकता है। इसलिए, मैं इस मंच के माध्यम से आप सभी से आग्रह करता हूं कि सहकारी गतिविधियों में महिलाओं को सक्रिय रूप से जोड़ा जाए, अमीन ने कहा।
इस अवसर पर बोलते हुए नेफस्कॉब के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने कहा कि “आजकल महिलाओं और पुरुषों के बीच प्रतियोगिता को देखा जाता है लेकिन महिलाएं, पुरुषों की प्रतिद्वंद्वी नहीं है वे एक दूसरे के पूरक हैं। यह जरूरी है कि दोनों ही समाज के विकास के लिए एक-दूसरे को पूरजोर समर्थन दें।
गुजरात राज्य के योजना आयोग के उपाध्यक्ष नरहरी अमीन ने बताया कि सहकारिता महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है। गुजरात और महाराष्ट्र की सहकारी समितियां देश में प्रमुख स्थान पर हैं। सहकारी गतिविधियों के कारण ही गांवों का विनाश होने से रूका है, उन्होंने रेखांकित किया।
बिस्कोमॉन के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह भी सम्मेलन के दौरान मौजूद थे और उन्होंने सहकारिता में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि करने पर जोर दिया।
इस अवसर पर गुजरात स्टेट कॉपरेटिव यूनियन की महिला कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती दीप्तिबैन पटेल, सेवा की अध्यक्ष श्रीमती मिरीबेन चेट्टरजी समेत अन्य लोग मौजूद थे।
गुजरात के सहकारिता मंत्री ईश्वरसिं टी पटेल ने “सहकारी महिला समृद्धि” नामक स्मारिका का विमोचन किया। गुजरात स्टेट कॉपरेटिव यूनियन के कार्यकारी अधिकारी शीतलभाई पी भट्ट ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।