यूएनआई की एक रिपोर्ट से मालूम चला है कि बिहार अवामी कॉपरेटिव बैंक के निदेशक अर्शद अहमद की रिमांड को बढ़ा दिया गया है। अहमद पर मनी लॉन्डरिंग का आरोप है जिन्होंने नोट बंदी के समय करीब 70 लाख इधर से उधर किया था।
वहीं सीबीआई ने उन्हें विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश के सामने पेश किया था। इससे पहले, अदालत ने उन्हें 27 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा था।
एफआईआर के मुताबिक, अहमद ने फर्जी खातों के माध्यम से 70 लाख रुपये के पुराने नोटों को इधर से उधर किया था। उन पर आपराधिक साजिश के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पाठकों को याद होगा कि आईटी ने बिहार स्थित अवामी अर्बन कॉपरेटिव बैंक में नोटी बंदी के दौरान छापा मारा था। इस मामले ने तुल पकड़ा था क्योंकि बैंक के अध्यक्ष आरजेडी से अतीत में एमएलसी रह चुके हैं।
बैंक के अध्यक्ष को अतीत में आरजेडी अध्यक्ष लालू का करीबी भी माना जाता था।