गुजरात राज्य सहकारी संघ के तत्वावधान में राज्यस्तरिय युवा सहकारी संगोष्ठी का आयोजन आनंद कॉलेज ऑफ लीगल स्टडीज में हाल ही में किया गया जिसमें सैकड़ों छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर आनंद कॉलेज ऑफ लीगल स्टडीज के प्रिंसिपल डॉ रेखा कुमारी सिंह ने मेहमानों का स्वागत किया।
राष्ट्रीय सहकारी संघ के उपाध्यक्ष और गुजरात राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष घनश्यामभाई एच अमीन, श्री सी.डी. पटेल, श्री हेमंतभाई पटेल, रामकृष्ण सेवा मंडल के अध्यक्ष, श्री शितलभाई भट्ट, डॉ अमितकुमार परमार और श्री रजनीकांत जे पटेल समेत कई लोग इस अवसर पर उपस्थित थे। गुजरात के 300 से अधिक छात्रों ने इस सेमिनार में हिस्सा लिया।
अपने उद्घाटन भाषण में अमीन ने कहा कि सहकारी गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य एक ऐसे मुक्त समाज को बनाना है जहां जाति, समुदाय और पंथ के नाम पर शोषण न हो। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने सहकारी क्षेत्र के फायदे और गतिविधियां की भी विस्तृत जानकारी दी।
सहकारी संगोष्ठी के उद्देश्य और महत्व को समझाते हुए गुजरात राज्य सहकारी संघ के कार्यकारी अधिकारी शीतलाभाई भट्ट ने कहा कि आर्थिक विकास में सहकारी गतिविधियों का एक बहुमूल्य योगदान है। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए रामकृष्ण मंडल के अध्यक्ष हेमंतभाई पटेल ने कहा कि यह गर्व की बात है कि लॉ कॉलेज के छात्रों ने इस सहकारी संगोष्ठी के माध्यम से सहकारी क्षेत्र से खुद को संबद्ध करने की कोशिश की है।
अमितकुमार परमार ने 1844 से सहकारी गतिविधियों का विस्तृत इतिहास समझाया। जे शाह ने सहकारी समितियों के पंजीकरण की प्रक्रिया और उनके प्रबंधन को विस्तार से बताया।
अल्पाशेभाई रावल ने विभिन्न सहकारी संस्थानों के बारे में जानकारी दी। गुजरात राज्य सहकारी संघ के शितलभाई भट्ट, डॉ के.सी. भारतीय और निलेशभाई शाह ने अतिथियों का धन्यवाद किया।