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पिछले सप्ताह, एनसीयूआई की प्रशिक्षण विंग एनसीसीई ने छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, राजस्थान और उत्तरांचल की डेयरी सहकारी समितियों के अध्यक्षों और निदेशकों के लिए ‘लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम’ का आयोजन किया।
एनसीसीई की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों के बीच डेयरी सहकारी समितियों को पेशेवर ढंग से संचालित करना था। इस मौके पर प्रतिभागियों को आपस में बातचीत करने और अपने-अपने अनुभव साझा करने के लिए भी मंच प्रदान किया गया।
इस प्रोग्राम काउद्घाटन छत्तीसगढ़ कोआपरेटिव यूनियन के अध्यक्ष और एनसीयूआई की गवर्निंग काउंसिल के सदस्य लखन लाल साहू ने किया। अपने संबोधन में साहू ने देश में डेयरी सहकारी समितियों की भूमिका की प्रशंसा की। इस क्षेत्र मे अधिक से अधिक किसानों को जोड़ने के साथ-साथ पेशेवर प्रशिक्षण की अत्यंत आवश्यकता है, साहू ने कहा।
इस अवसर पर उपस्थित भारत सरकार के सहायक आयुक्त डॉ बुशन त्यागी ने कहा कि डेयरी सहकारी समितियों को सरकार द्वारा समय-समय पर शुरू किए गए विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे में पता होना चाहिए।
इसके अलावा, सरकार की ओर से विशेषज्ञों ने विचार-विमर्श किया और प्रोग्राम के दौरान प्रतिभगियों को बोर्ड में उनकी भूमिका से लेकर उनके कर्तव्य और जिम्मेदारियों के बारे में बताया।
ट्रेनिंग प्रोग्राम के बीच, प्रतिभागियों को नई दिल्ली के पटपड़गंज स्थित मदर डेयरी प्लांट का दौरा कराया गया। मदर डेयरी प्लांट के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और बताया कि कैसे दूध संसाधित किया जाता है। उन्होंने प्रतिभागियों को सभी इकाइयों का दौरा कराया।
प्रतिभागियों को नवीनतम तकनीकों और डेयरी सहकारी समितियों के संचालन में आने वाली चुनौतियों के बारे में भी अवगत कराया गया।डिप्टी डायरेक्टर डॉ ए.आर.श्रीनाथ ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।