राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत केंद्र सरकार से 100 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ बिहार के पूर्णिया के मरंगा में हिमित वीर्य केंद्र की स्थापना की गई है। राष्ट्रीय गोकुल मिशन का लक्ष्य दुग्ध उत्पादकता बढ़ाने के लिए स्वदेशी नस्लों को संरक्षित एवं विकसित करना है
केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने पूर्णिया के मरंगा में हिमित वीर्य केंद्र का शिलान्यास करते हुए कहा कि हिमित वीर्य केंद्र की स्थापना केंद्र सरकार से 100 प्रतिशत योगदान के साथ राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत 64 करोड़ रुपये की लागत से की जा रही है। इसमें 20 करोड़ रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं।
सिंह ने आगे कहा कि वर्तमान में कृत्रिम निषेचन का कार्य बिहार में सीएमओएफईडी (सुधा) द्वारा किया जा रहा है। कृत्रिम निषेचन के लिए उच्च आनुवंशिक योग्यता वाले सांडों की आवश्यकता होंती है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से यह पहली सरकार है जो जमीनी स्तर पर किसानों के कल्याण के लिए ठोस कदम उठा रही है।
किसानों की स्थिति में सुधार लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय को दोगुनी करने का संकल्प किया है और इस संकल्प को हकीकत में परिवर्तित करने के लिए कृषि मंत्रालय पशुपालन, डेयरी एवं मात्स्यिकी विभाग के साथ पूरी ताकत के साथ काम कर रहा है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि पूर्णिया स्थित हिमित वीर्य केंद्र देश का अत्याधुनिक वीर्य उत्पादन केंद्र होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन की पहल दिसंबर 2014 में स्वदेशी नस्लों को संरक्षित करने एवं विकसित करने के लिए की गई थी।