बुधवार को एनसीयूआई परिसर में इफको की 47वीं वार्षिक आम बैठक का आयोजन किया गया जहां सैकड़ों की संख्या में शेयरधारक देश के कोने कोने से पधारे थे। इफको में किसानों का विश्वास इस तथ्य से स्पष्ट है कि इफको ने वित्त वर्ष 2017-18 में 1,257 करोड़ रुपये का उच्चतम लाभ अर्जित किया है और अपने शेयरधारकों को 20 प्रतिशत लाभांश देने की घोषणा की है।
इसके अलावा, इफको अपनी आरजीबी में महिलाओं के लिए 5 प्रतिशत सीट आरक्षित करने वाली पहली सहकारी समिति के रूप में उभरी है जिसने 97वें संवैधानिक संशोधन के दृष्टिकोण को पूरा किया है। इफको की बोर्ड की बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष बी.एस.नाकाई ने कहा कि “अगली आरजीबी में अधिक से अधिक महिलाओं की भागीदारी होगी क्योंकि हमने महिलाओं के लिए 5 प्रतिशत सीट आरक्षित की है।
इफको की स्वर्ण जंयती के बाद आयोजित इफको की पहली एजीएम इसलिए भी कई मायनों में उल्लेखनीय थी क्योंकि इसमें अगले 50 वर्षों तक 20 प्रतिशत लाभांश देने की घोषणा की गई है। इस गणित को समझाते हुए प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए बनाए गए फंड की बात की और कहा कि हमने इस फंड में अबतक 4,000 करोड़ रुपये इकट्ठा किया है। “हम इस फंड का और विस्तार करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शेयरधारकों को 20 प्रतिशत लाभांश अगले 50 वर्षों तक मिल सके।“
इफको की एजीएम में अगले पचास वर्षों में क्या-क्या किया जाएगा उस पर भी विचार-विमर्श किया गया। इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने जोर देकर कहा कि जो खेती हम अबतक जानते रहे हैं वो बहुत जल्दी बदलने वाली है और हमें नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि नई प्रौद्योगिकियों, जैव-उर्वरक, नैनो उर्वरक, इफको बाजार जैसी पहल के बल पर हम भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकेंगे।
इस मौके पर अवस्थी ने हाल के वर्षों में इफको द्वारा शुरू किये गये कई उपक्रम का भी उल्लेख किया जिसमें जैविक उत्पाद लॉन्च करने के लिए सिक्किम सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर शामिल था।
एमडी ने इफको कर्मचारियों से देश के किसानों की सेवा करने के लिए सतत तैयार रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इफको अपने कर्मचारियों को सबसे ज्यादा वेतन देती है और नियमित अंतराल पर वेतन संशोधित भी कर्मचारी संघ द्वारा ही किया जाता है। आपको किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए, एमडी ने चेताया।
इस एजीएम में प्रतिनिधियों के बीच एक प्रकार की घबराहट भी देखने को मिली। अभी तक उनका पैसा बिना उनके कुछ किये, बढ़ता जा रहा है लेकिन वे इस बात को लेकर चिंतित थे कि अवस्थी के बाद इफको का भविष्य क्या होगा। उनके बीच खुशी की लहर उस वक्त फैल गई जब इफको के अध्यक्ष बी.एस.नाकाई ने प्रस्ताव रखा कि अवस्थी तबतक एमडी रहेंगे जबतक उनका स्वास्थ्य उन्हें परमिट करता है या फिर कम से कम 2025 तक। एजेंडे का समर्थन करते हुए एजीएम में ये भी निर्णय लिया गया कि एमडी को पद्म अवॉर्ड से सम्मानित करने के लिए सरकार से अनुरोध किया जाएगा।
इफको एमडी ने प्रतिनिधियों को ये भी बताया कि उर्वरक सहकारी संस्था सख्त ऑडिटिंग मानदंडों का पालन करती है।
इस मौके पर कई प्रतिनिधियों ने भी बैठक को संबोधित किया और सहकारी संस्था के शानदार विकास के लिए विशेष रूप से एमडी और इफको निदेशकों को बधाई दी। बोर्ड में नवनिर्वाचित निदेशक दिलीप संघानी ने धन्यवाद ज्ञापन रखा।