नेशनल सेंटर फॉर कॉपरेटिव एजुकेशन ने हाल ही में नई दिल्ली में देश की महिला सहकारी समितियों की अध्यक्ष और निदेशकों के लिए ‘लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम’ का आयोजन किया।
एनसीसीई द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस मौके पर प्रतिभागियों को सूक्ष्म उद्यम स्थापित करने के लिए महिलाओं और ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को प्रशिक्षित करने को कहा गया। जीएसटी और कैशलेस लेनदेन के विषय पर भी महिला सहकारी समितियों से आई प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित किया गया।
एनसीसीई के निदेशक वी.के.दुबे ने डब्ल्यूसीसी की सदस्य श्रीमती अल्का श्रीवास्तव सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। डॉ दुबे ने कहा कि महिला सहकारी समितियां विभिन्न गतिविधियों में प्रवेश करके घरेलू आय को बढ़ाने के लिए सकारात्मक भूमिका निभा रही हैं।
दुबे ने जोर दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा कृषि आधारित छोटे प्रसंस्करण सहकारी समितियों को शुरू किया जाना चाहिए ताकि किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुनी हो सके।
अल्का श्रीवास्तव ने सहकारी समितियों के उचित प्रबंधन और सुचारू कामकाज के बारे में अपना अनुभव साझा किया।
इस मौके पर प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में सकारात्मक विचार के साथ अपना अनुभव साझा किया।
श्रीमती वीना सचदेव, सहायक निदेशक, ने कार्यक्रम का समन्वय किया। प्रतिभागियों ने सुझाव दिया कि इस तरह का कार्यक्रम महिला सहकारी समितियों के लिए आयोजित किया जाना चाहिए।