
एनसीसीई ने राज्य और जिला सहकारी संघों के कर्मियों और देश के कई प्रशिक्षण केंद्रों के फैकल्टी मेंबर्स के लिए ‘ट्रेनर ट्रेनिंग प्रोग्राम’ का आयोजन हाल ही में किया जिसमें असम, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों से पाचस से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस प्रोग्राम का उद्देश्य सहकारी संगठनों में प्रशिक्षण के महत्व को समझाना, सहकारी संस्था को पेशेवर ढंग से चलाने के साथ-साथ राज्य सरकार और केंद्र सरकार की नई योजनाओं और नीतियों के बारे में जानकारी साझा करना था। प्रतिभागियों को सहकारी कानून में हो रहे परिवर्तन और उनका सहकारी समिति पर प्रभाव के बारे में जानकारी देना भी इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य था।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन एनसीयूआई के गवर्निंग काउंसिल के सदस्य श्री शिवदासन नायर ने किया। इस मौके पर अपने भाषण में उन्होंने कहा कि राज्य सहकारी संघों के कर्मियों के बीच प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से पेशेवर तरीके को स्थापित करना आवश्यक है।
“प्रशिक्षण के माध्यम से सहकारी समितियों में उत्पन्न चुनौतियों का सामना किया जा सकता है और साथ ही निदेशक मंडल और कर्मचारियों में कौशल निर्माण भी इसी के माध्यम से किया जा सकता है। इसलिए, प्रशिक्षण कार्यक्रम अधिक प्रभावी होने चाहिए”, नायर ने जोर दिया।
अपने संबोधन में एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी एन सत्यनारायण ने कहा कि राज्य सहकारी संघों को पेशेवर तरीके से चलाने के लिए अधिक से अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन करने की आवश्यकता है। इस दिशा में एनसीयूआई प्रशिक्षण कार्यक्रमों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सभी तरह की सहायता प्रदान करने के लिए इच्छुक है, उन्होंने कहा।
वी.के.दुबे, निदेशक, एनसीसीई, ने राज्यों में सहकारिता के विकास के लिए प्रभावी प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने अपने तर्क को समझाने के लिए कई उदाहरण दिए, एनसीसीई द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति ने दावा किया।
भारत सरकार के विशेषज्ञों और कई प्रसिद्ध संस्थानों से आए एक्सपर्ट ने इंटर-पर्सनल संचार स्किल, विभिन्न प्रशिक्षण विधियों के विकास, सहकारी शिक्षा का निर्माण और मूल्यांकन विधियों की संरचना पर जोर दिया।
सहकारी समितियों के व्यापार को डायवर्सिफाई करने के साथ-साथ योजनाओं, नीतियों, मीडिया, जीएसटी, आईटी, सहकारिता कानून, सहकारिता के समक्ष चुनौतियों के बारे में भी विचार-विमर्श इस दौरान हुआ।
प्रतिभागियों ने सत्र के दौरान एक-दूसरे के साथ सीधे संवाद साधा। स्टडी विजिट के रूप में, प्रतिभागियों ने नई दिल्ली स्थित नेशनल कोऑपरेटिव डेवलपमेंट कारपोरेशन का दौरा किया जहां एनसीडीसी के कार्यकारी निदेशक मुकेश कुमार ने उनका स्वागत किया। कुमार ने अपने प्रेजेंटेशन में उन्हें एनसीडीसी की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में ए.आर.श्रीनाथ, उप निदेशक ने धन्यवाद ज्ञापन रखा।