टीआईओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य सरकार ने माइक्रो-पोषक तत्व फोर्टिफाइड फूड खरीदने के लिए अमूल डेयरी सहकारी समिति के साथ दीर्घकालिक सौदा किया है, जो 6,000 करोड़ का है।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि इससे राज्य के बच्चों, किशोर लड़कियों और गर्भवती महिलाओं के बीच कुपोषण की समस्या को हल करने में मदद मिलेगी। दूध सहकारी इसके लिए तीन नए संयंत्रों की स्थापना करेगी।
टीएचआर ‘बलभोग’ छह महीने से छह साल की उम्र के बच्चों के लिए है वहीं गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं और किशोरावस्था लड़कियों के लिए ‘सखीभोग’ है।
जीसीएमएमएफ के अधिकारियों के मुताबिक, नए संयंत्र की स्थापना सितंबर तक होगी और अमूल सितंबर-अक्टूबर तक टीएचआर की आपूर्ति शुरू कर देगी।