इफको के संयुक्त एमडी राकेश कपूर ने सोमवार को जर्मनी के बर्लिन में इंटरनेशनल फर्टिलाइजर एसोसिएशन के 86वें वार्षिक सम्मेलन में मुख्य व्याख्यान दिया। यह कांफ्रेंस 18 से 20 जून तक होना था।
“कपूर ने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि, “मैं आपका एक अनोखे और अद्भुत शहर बर्लिन में स्वागत करता हूं”। कपूर इंटरनेशनल फर्टिलाइजर एसोसिएशन (आईएफए) के अध्यक्ष भी हैं।
उन्होंने वैश्विक कृषि क्षेत्र में उर्वरकों के महत्व, खाद्य प्रणाली की चुनौतियों समेत कई मुद्दों पर भाषण दिया।
खाद्य उत्पादन में उर्वरक की भूमिका की सराहना करते हुए कपूर ने कहा कि उर्वरक के बिना दुनिया में खाद्य उत्पादन में बड़ी गिरावट आएगी जिससे अराजकता पैदा होने का खतरा हैं क्योंकि हम बढ़ती हुई आबादी को खिलाने में सक्षम नहीं होंगे।
कपूर ने इस मौके पर प्रतिभागियों को नवाचारों और अविश्वसनीय तकनीकी विकास के समय चुनौतियों को सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा,“उर्वरक उद्योग के पास सुस्त होने की गुंजाइश नहीं है।“
कपूर के अलावा, बायर एजी के मैनेजमेंट बोर्ड के सदस्य और क्रोप साइंस डिविजन के अध्यक्ष ली कोंडॉन ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया।
इस कांफ्रेंस में उर्वरक की मांग और आईएफए 2030 परिदृश्यों के बारे में एक प्रस्तुति भी पेश की गई।
इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू एस अवस्थी ने इस खबर को साझा करते हुए ट्विटर पर लिखा, “आज आईएफए की कांफ्रेंस में बर्लिन में आईएफ के अध्यक्ष राकेश कापूर ने वैश्विक कृषि क्षेत्र में उर्वरक के महत्व, खाद्य प्रणाली में चुनौतियों समेत अन्य विषयों पर प्रतिभागियों को संबोधित किया ।
सम्मेलन के माध्यम से आईएफए अपने सदस्यों को एक साथ मिलने का अवसर प्रदान करती है जिससे सदस्य विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। आईएफए वेबसाइट ने दावा किया कि उद्योग में संपर्क साधना मौलिक रूप से कारोबार और प्रतियोगिता के लिए महत्वपूर्ण हैं।