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एनसीसीई ने हाल ही में नई दिल्ली में विभिन्न सहकारी समितियों की अध्यक्ष और महिला निदेशकों के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग पर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। गौरतलब है कि एनसीसीई सहकारी संस्थाओं की शीर्ष संस्था एनसीयूआई की ट्रेनिंग विंग है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों के बीच सहकारी समितियों को पेशेवर ढंग से संचालित करने के बारे में समझाना था। इस कार्यक्रम में पांच राज्यों- दिल्ली, एमपी, केरल, गुजरात और असम से 29 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इन प्रतिभागियों को माइक्रो-एंटरप्राइज स्थापित करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया जिससे सहकारी आंदोलन से अधिक से अधिक महिलाएं जुड़ सके और ग्रामीण क्षेत्रों के युवा आगे आएं। जीएसटी और कैशलेस लेनदेन के विषय पर भी महिला सहकारी समितियों से आई प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी एन सत्यनारायण ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, महिला सहकारी समितियां विभिन्न गतिविधियों में लिप्त होकर अपने घर के खर्च को पूरे करने में सकारात्मक भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा कृषि आधारित छोटे प्रसंस्करण सहकारी समितियों को शुरू किया जाना चाहिए।
अपने संबोधन में, वी के दुबे, निदेशक एनसीसीई ने युवाओं को अपने रोजगार और नियमित आय के लिए सहकारी समितियों से जुड़े रहने का आह्वान किया। श्रीमती भावना, एनसीयूआई की महिला सशक्तिकरण समिति की सदस्य ने सहकारी समितियों के उचित प्रबंधन और सुचारु कार्य के बारे में अपने अनुभव को साझा किया।
प्रतिभागियों ने इस मौके पर अपने अनुभव को साझा किया।
सहायक निदेशक अनंत दुबे ने कार्यक्रम को सफलतापूर्वक समन्वयित किया।