उत्तराखंड पैक्स के चुनाव परिणाम की सच्चाई राज्य में बहस का मुद्दा बनी हुई है। हाल ही में संपन्न पैक्स चुनाव में भाजपा ने दावा किया कि उन्होंने प्रचंड बहुमत हासिल की है लेकिन कांग्रेस ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि 40 प्रतिशत से ज्यादा सीटें हमने जीती हैं।
उत्तराखंड के सहकारिता चुनाव के लिए सरकार द्वारा गठित समिति के एक सदस्य दान सिंह रावत ने दावा किया कि राज्य की करीब 600 पैक्स भाजपा के कंट्रोल में आ गई हैं- यानि कि 90 प्रतिशत।
रावत का दावा है कि 759 पैक्स में से चुनाव 699 सोसायटी का हुआ था जहां भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है। भाजपा को उम्मीद है कि आने वाले 10 डीसीसीबी और राज्य की 13 शीर्ष सहकारी समितियों पर भी वह जीत हासिल करेगी”, बात-चीत में रावत ने इस संवाददाता को बताया। रावत उत्तराखंड स्टेट कॉपरेटिव बैंक के अध्यक्ष भी हैं।
पाठकों को याद होगा कि पैक्स के निदेशक मंडल का चुनाव 22 जुलाई को हुआ था जबकि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव 23 जुलाई को आयोजित किया गया था।
लेकिन उत्तराखंड के वरिष्ठ सहकारी नेता जो कांग्रेस से जुड़े हुए हैं का मानना है कि भाजपा झूठ बोल रही है।
देहरादून जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष डॉ के एस राणा ने कहा कि, “भाजपा के लोगों ने कानून को ताक पर रखकर चुनाव लड़ा है। यहां तक कि राज्य के कई हिस्सों में भाजपा ने हार के डर से कांग्रेस उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों को रद्द करवा दिया।
राणा ने दावा किया कि कांग्रेस ने पैक्स की 40-50 प्रतिशत सीट पर कब्जा किया है। भाजपा ने पैक्स के चुनाव में चुनाव अधिकारियों को डरा धमका कर काम करवाया है, राणा ने आरोप लगाया।
जब इस संवाददाता ने दान सिंह रावत के सामने राणा द्वारा लगाए गए आरोपों को उठाया तो उन्होंने कहा कि, “मैं भाजपा के खिलाफ लगे आरोपों से इनकार करता हूं, इन आरोपों का महत्व नहीं है। मैं आपको पैक्स की सूची भेज रहा है जहां से आपको पता चल जाएगा कि भाजपा ने भारी जीत हासिल की है, रावत ने दावा किया।
सूची के मुताबिक, पिथौरागढ़ में 112 सोसायटी हैं और 73 सोसायटी का चुनाव हुए था, जिसमें से 70 सोसायटी पर भाजपा ने कब्जा किया है। वहीं चंपावत में 23 सोसायटी है जिनमें से 22 सोसायटी पर चुनाव हुआ था और 21 भाजपा के हाथों में गई हैं।
इसी तरह, बागेश्वर में 18 सोसायटी हैं जिनमें से 16 पर बीजेपी ने अपनी जीत दर्ज की है। अल्मोड़ा में 78 सोसायटी में से 48 सोसायटी पर भाजपा गुट जीता है।
नैनीताल में 52 सोसायटी हैं और 51 सोसायटी पर चुनाव हुआ था जिनमें से 40 सोसायटी ने बीजेपी के लिए मतदान किया है। वहीं उधमसिंह नगर जिला में 34 सोसायटी हैं और 28 पर चुनाव हुआ था जिनमें से भाजपा 27 सोसायटी में अपने उम्मीदवार को जीताने में सफल हुई है।
अगले चरण में 10 जिला सहकारी बैंक और 13 राज्य स्तरीय शीर्ष सहकारी संघ का चुनाव होगा।