महाराष्ट्र स्थित मल्टी स्टेट शेड्यूल्ड बैंक एनकेजीएसबी कॉपरेटिव बैंक ने हाल ही में मुंबई के दादर के एक सभागार में 101 वीं वार्षिक आम बैठक का आयोजन किया।
बैठक को संबोधित करते हुए बैंक के अध्यक्ष किशोर कुलकर्णी ने कहा कि, “वित्त वर्ष 2017-18 कठिन आर्थिक स्थितियों से गुजरा है। विमुद्रीकरण और जीएसटी के कार्यान्वयन ने वित्त वर्ष के छह महीने व्यापार को प्रभावित किया है”, उन्होंने तथ्य को साझा करते हुए कहा।
“पिछले वित्त वर्ष 2017-18 में उधारकर्ताओं द्वारा ऋण की वापसी धीमी गति से हुई है। मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि बैंक के सकल एनपीए में 4.76 प्रतिशत से 5.97 प्रतिशत वृद्धि हुई है और शुद्ध एनपीए 2.94 प्रतिशत से बढ़कर 3.66 प्रतिशत हुआ है। हालांकि बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने इससे निपटने के लिए कमर कस ली है और इस श्रृंखला में कई कमेटी का गठन किया गया है”, कुलकर्णी ने बताया।
बैंक ने वित्त वर्ष 2017-18 में अपने शुद्ध लाभ में मामूली वृद्धि की है। बैंक ने पिछले वित्त वर्ष में 48.53 करोड़ रुपये का लाभ आर्जित किया है।
वहीं बैंक की जमा राशि में भी 2 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस वित्त वर्ष में जमा राशि 6,945 करोड़ रुपये है जो कि वित्त वर्ष 2016-17 में 7,095 करोड़ रुपये थी। हालांकि बैंक के एडवांसिस में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और इस वित्त वर्ष में 5,311 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक का कुल कारोबार 2017-18 में 12,256 करोड़ रुपये का हो गया जो कि वित्त वर्ष 2016-17 में 12,223 करोड़ रुपये था।
पॉजिटिव साइड की बात करते हुए चेयरमैन ने बताया कि इन सब के बावजूद बैंक ने अपने शेयरधारकों के लिए 10 प्रतिशत लाभांश देने की घोषणा की है। बैंक ने अपनी प्रमुख शाखाओं में कियोस्क मशीनों के माध्यम से पास-बुक प्रिंटिंग की सुविधा शुरू की है।
इस अवसर पर बैंक के प्रबंध निदेशक चिंतमनी नाडकर्णी, बोर्ड के सदस्य, सैकड़ों प्रतिनिधि समेत अन्य लोग उपस्थित थें।
पाठकों को याद होगा कि बैंक के अध्यक्ष किशोर कुलकर्णी ने फरवरी 2018 में मैंगलोर में वर्ल्ड कोंकणी केंद्र (डब्ल्यूकेसी) में एनकेजीएसबी बैंक शताब्दी कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन किया था।
बैंक की स्थापना सितंबर 1917 में हुई थी। बैंक की महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश में 108 से अधिक शाखाएं हैं।