अन्य खबरें

बिस्कोमॉन ने यूरिया की बिक्री का रिकॉर्ड तोड़ा, इफको को दिया धन्यवाद

बिहार स्थित विपणन सहकारी संस्था बिस्कोमॉन ने एक ही दिन में अपने 140 से अधिक केंद्रों के माध्यम से 3.51 करोड़ रुपये के यूरिया की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री की है। बिस्कोमॉन के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब इसे खुदरा बिक्री में इतनी प्रभावशाली परिणाम मिला हो।

फोन पर इस संवाददाता से बातचीत में बिस्कोमॉन के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने कहा कि, “बिस्कोमॉन के 70 साल के इतिहास में 14 अगस्त 2018 को यूरिया की खुदरा बिक्री में भारी इजाफा देखने को मिला और 3.51 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड को पार किया- ये अभूतपूर्व काम दुनिया की सबसे बड़ी उर्वरक सकारी संस्था इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी और मार्केटिंग डायरेक्टर योगेन्द्र कुमार और उनकी टीम के समर्थन के कारण ही संभव हुआ है“, सिंह ने गदगद स्वर में स्वीकारा।

“सच बताऊ तो यूरिया वितरण बिना पुलिस बल के करना हमारे लिए मुश्किल हो जाता है क्योंकि किसानों की भीड़ को नियंत्रित करना आसान नहीं है”, सुनील ने कहा।

उन्होंने आगे कहा कि, “हम एकमात्र ऐसे राज्य हैं जो 265 रुपये प्रति बैग के दर से यूरिया किसानों को बेच रहे हैं। आलम ये है कि यदि बिस्कोमॉन सेंटर का स्टॉक समाप्त हो जाता है तो तुरंत ही बिचौलिए और अन्य विक्रेता 100 रुपये प्रति बैग बढ़ाकर यूरिया बेचना शुरू कर देते हैं। लाचार किसान को इसे खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ता है”, सुनील सिंह ने बताया ।

यही कारण है कि हम इफको की मदद से अपने स्टॉक को कभी खत्म न हो, इस प्रयास मे लगे रहते हैं, उन्होंने कहा। बिस्कोमॉन अध्यक्ष ने भारतीय सहकारिता के साथ यूरिया बिक्री केंद्रों से जुड़ी कई वीडियो साझा की, जिसमें कतार में खड़ी किसानों की भीड़ साफ-साफ दिख रही है।

सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर बिस्कोमॉन के किसी भी केंद्रों पर यूरिया को ज्यादा दाम पर बेचा जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर बिस्कोमॉन का कोई भी अधिकारी ऐसा करता है तो बताने वाले को 1000 रुपये देकर सम्मानित किया जाएगा।

बिहार में बिस्कोमॉन ने विपणन संघ के केंद्रों के माध्यम से यूरिया की बिक्री से संबंधित भ्रष्टाचार के मामलों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है।

पाठकों को याद होगा कि सरकार ने 1 जनवरी से पीओएस मशीनों के माध्यम से यूरिया बेचना अनिवार्य कर दिया है।

Tags
Show More

Related Articles

Back to top button
Close