सोमवार को दिल्ली में एनसीयूआई मुख्यालय में आयोजित कॉपरेटिव बैंक ऑफ इंडिया (कोबी) के चुनाव में घनश्यामभाई एच अमीन को सर्वसम्मति से एक बार फिर निर्वाचित किया गया है। इस मौके पर कई दिग्गज सहकारी नेतागण मौजूद थे।
भारतीय सहकारिता के साथ बातचीत के दौरान सोमवार की सुबह अमीन चुनाव की स्थिति को लेकर सहमे हुए थे। उन्होंने इस रिपोर्टर से शाम तक इंतजार करने को कहा जब चुनाव परिणाम घोषित होना था। चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद एनसीयूआई अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने अमीन को सबसे पहले गुलदस्ता देकर बधाई दी।
बता दें कि कोबी सहकारी बैंकों, अर्बन कॉपरेटिव बैंकों और भूमि बंधक बैंक इत्यादि की शीर्ष संस्था है। नई बोर्ड में 16 सदस्य चुने गए हैं जिनमें से कुछ सदस्य पहली बार कोबी की बोर्ड में शामिल हुए हैं।
कोबी की बोर्ड में नए सदस्यों में यूपी लैंड मॉर्गेज बैंक के अध्यक्ष, कर्नाटक एपेक्स कॉपरेटिव बैंक के अध्यक्ष, महाराष्ट्र स्टेट कोआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष शामिल हैं।
इसके अलावे निदेशक मंडल की सूची में, कृभको के अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव, नेफेड के अध्यक्ष वी आर पटेल, नेफ्सकॉब से बिजेन्द्र सिंह, इफको से के एस देवगौड़ा, नेफ्कॉब से एच के पाटिल, लैंड मॉर्गेज बैंक से शिवसन नायर शामिल हैं। गौरतलब है कि अमीन एनसीयूआई का प्रतिनिधित्व करते हैं।
चुनाव परिणाम के तुरंत बाद भारतीय सहकारिता से बातचीत में अमीन ने कहा कि, वे सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों को अपनाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। मोबाइल बैंकिंग, डिजिटल टेक्नोलॉजी और अन्य सभी संभव तकनीकी भारत के सहकारी बैंकों का हिस्सा होना चाहिए।
“हमने अपने सदस्यों को शिक्षित करने के लिए संगोष्ठियों और कार्यशालाओं का आयोजन करने की योजना बनाई है। अगर जरूरत पड़ी तो हम दूरदराज इलाकों में भी इसका आयोजन करेंगे। अमीन एनसीयूआई के नेतृत्व में सहकारी क्षेत्र से नीति आयोग में प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनने का इरादा रखते हैं जो 31 अगस्त को प्लानिंग बॉडी में अपनी प्रस्तुति देगी।
अमीन ने कॉपरेटिव बैंक ऑफ इंडिया के लिए लाइसेंस लेने की भी उम्मीद जताई है। हालांकि इस मुद्दे पर अमीन और अन्य सहकारी नेताओं ने प्रधानमंत्री से लेकर सभी से मुलाकात की है लेकिन अभी तक सभी प्रयास विफल रहे हैं।
अमीन ने फोन पर भारतीय सहकारिता को बताया कि, “मैं हार मानने वाला नहीं हूं और लाइसेंस हासिल करने के लिए फिर से प्रयास करूंगा।“
चुनाव का ब्यौरा देते हुए चुनाव अधिकारी वी के दुबे ने कहा कि कोबी के लिए 18 लोगों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था जिसमें से 2 नामांकन पत्र अवैध पाए गए थें और 16 निदेशकों को सर्वसम्मति से चुना गया है। कोबी की बोर्ड में 21 सदस्य होते हैं लेकिन 5 सीट अभी भी खाली है। दुबे ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोग अपना नामांकन पत्र दाखिल नहीं कर पाए।