भारत की शीर्ष सहकारी संस्था एनसीयूआई और उर्वरक क्षेत्र में जानी-मानी सहकारी संस्था इफको ने किर्गिज़स्तान में पांच मॉडल सहकारी समितियों को विकसित करने हेतु कॉपरेटिव यूनियन ऑफ किर्गिज़स्तान के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है।
इस मौके पर एनसीयूआई का प्रतिनिधित्व संस्था के अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव ने किया जबकि इफको की तरफ से प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी मौजूद रहे। कॉपरेटिव यूनियन ऑफ किर्गिज़स्तान के प्रबंध निदेशक एनाउरा इमानबेकोवा दूसरी तरफ से हस्ताक्षरकर्ता थीं।
भारत की ओर से बिजेंद्र सिंह और तरुण भार्गव गवाह बने। बता दें कि कॉपरेटिव यूनियन ऑफ किर्गिज़स्तान , किर्गिज़स्तान में सहकारी संस्थाओं का सर्वोच्च संघ है।
खबर को साझा करते हुए इफको एमडी ने ट्विटर पर लिखा कि, “मुझे ये साझा करते हुए खुशी हो रही है कि आज इफको और एनसीयूआई ने किर्गिज़स्तान में पांच मॉडल सहकारी समितियों को विकसित करने के लिए कॉपरेटिव यूनियन ऑफ किर्गिज़स्तान के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। यह भारत और इफको के लिए गर्व की बात है।”
एमओयू के अनुसार, एनसीयूआई, इफको और सीयूके किर्गिज़स्तान- भारत और किर्गिज़स्तान, दोनों देशों में सहकारी शिक्षा, प्रशिक्षण समेत अन्य क्षेत्र में सहयोग से एक दूसरे के साथ सहयोग करेंगे।
एनसीयूआई और इफको दोनों किर्गिज़स्तान में पांच सहकारी समितियों को अपनाने में मदद करेगी और उन्हें मॉडल सहकारी समितियों के रूप में विकसित करने में योगदान देगी। कृषि सहकारी संस्था को विशेषता दी जाएगी।
इसके अलावा, इफको एनसीयूआई के सहयोग से किर्गिज़स्तान में मृदा परीक्षण, जैव उत्तेजना, जैव उर्वरक, नैनो उर्वरक आदि पर ज्ञान प्रदान किया जाएगा। एनसीयूआई और इफको दोनों ही इन सहकारी समितों को सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने पर सहकारी सिद्धांतों को सुव्यवस्थित करने में मदद करेगी।
एनसीयूआई के सीई एन.सत्यनारायण ने एमओयू पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि, “यह एमओयू कैपेसिटी बिल्डिंग और सहकारी ट्रेनिंग के क्षेत्र में हमारी क्षमता को दिखाने का अवसर प्रदान करेगा।“