मुंबई स्थित पंजाब और महाराष्ट्र कॉपरेटिव बैंक ने लाभ के क्षेत्र में शतक लगाया है और वित्त वर्ष 2016-17 में 96.04 करोड़ रुपये के मुकाबले 2017-18 में 100.90 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है।
पीएमसी बैंक की एक और उपलब्धि यह है कि जून 2018 तक बैंक की कुल जमा राशि 10,000 करोड़ रुपये हो गई। बैंक का वित्त वर्ष 2016-17 में कुल जमा 9,102 करोड़ रुपये था जबकि वित्त वर्ष 2017-18 में कुल जमा 9,939 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
बैंक के अध्यक्ष एस वारयम सिंह ने पिछले हफ्ते मुंबई के एशियाई स्थल में अपनी 35वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान इन जानकारियों को साझा करते हुए बताया। बैंक की कुल ऋण और अग्रिम 2017-18 में 7,457.50 करोड़ रुपये रही जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में यह 6,438.23 करोड़ रुपये थी।
उन्होंने आगे कहा कि, “बैंक ने अपने शेयरधारकों के लिए 11 प्रतिशत लाभांश देने की घोषणा की है। बैंक का शुद्ध एनपीए 1.05 प्रतिशत और सकल एनपीए 1.99% है।”
पिछले वित्त वर्ष के दौरान पीएमसी बैंक ने अपनी शाखाओं का विस्तार किया है और वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान 9 शाखाओं का शुभारंभ किया गया है। अप्रैल-जून 2018 के दौरान 3 नई शाखाएं खोली गई हैं। वर्तमान में बैंक की 7 राज्यों में 137 शाखाएं हैं।
सीएसआर में योगदान के तहत बैंक ने प्रति व्यक्ति एक रुपये प्रति एटीएम लेनदेन में 16 लाख रुपये की राशि इकट्ठी की जिसे की कराइ और सेव द चिल्ड्रन संस्थान को दान दिया गया। बैंक ने सीखी फाउंडेशन को भी 11 लाख का चैक दिया।
बैंक के अध्यक्ष ने कहा कि, “31 मार्च 2018 तक बैंक के पास 2,737.9 5 करोड़ रुपये का निवेश था, जिसमें से सरकार द्वारा अनुमोदित प्रतिभूतियों में 2,320.13 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।”
बैंक लगातार सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ाने में सक्रिय है। ग्राहकों को वाणिज्यिक बैंकों के साथ तालमेल बिठाने के लिए बैंक डिजिटल सेवाओं में निवेश कर रही है।