तमिलनाडु स्थित डब्ल्यूडब्ल्यूएफ संस्था की अध्यक्ष जया अरुणाचलम की बेटी नंदनी आजाद को पिछले हफ्ते जर्मनी के कोब्लेंज़ में स्थित इंटरनेशनल रायफिसेन यूनियन की बोर्ड में चुना गया है।
हालांकि, भारत के सहकारी नेता नंदनी को उनकी उपलब्धि पर बधाई देने में पीछे रहे होंगे लेकिन केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने बिना वक्त गवाए उन्हें बधाई देते हुए ट्वीट किया।
श्रीमती आजाद आईसीएनडब्ल्यू की अध्यक्ष हैं जो एक बहु राज्य सहकारी संस्था है और तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में सक्रिय है। इस संस्था से करीब 6 लाख महिलाएं जुड़ी हैं। आईसीएनडब्ल्यू गरीब महिलाओं के लिए नए युग सहकारी समितियों को बढ़ावा देता है।
श्रीमती आजाद जो कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा की बहु भी है, ने इंडियन कॉपरेटिव को मेल भेजकर लिखा कि, “मुझे बहुत खुशी है कि माननीय केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ने मेरी जीत पर ट्वीट किया है। 50 वर्षों में पहली बार कोई महिला जर्मनी के कोब्लेंज़ में स्थित इंटरनेशनल रायफिसेन यूनियन की बोर्ड में निर्वाचित हुई है”।
नंदनी आजाद के चुनाव की खबर ने स्थानीय मीडिया से लेकर इंटरनेशनल मीडिया में सुर्खियां बटोरी हैं। कई दैनिक समाचार पत्र जैसे द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस के साथ-साथ कई तमिल अखबारों में ये खबर आई है। 2016 से डॉ आजाद को रायफिसेन यूनियन की बोर्ड पर विशेष आमंत्रण दिया जाता रहा है।
बता दे कि श्रीमती आजाद पहली महिला है जिन्हें इस प्रसिद्ध यूनियन की बोर्ड में चुना गया है। आईआरयू दुनिया की सबसे पुराने सहकारी संघो में से एक है और इसके फ्रांस, नीदरलैंड, दक्षिण अफ्रीका और भारत सहित 33 देशों में 52 सदस्य हैं।
डॉ आजाद महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत महिलाओं और ई-वूमेन मार्केट पोर्टल के लिए नेशनल क्रेडिट फंड की आउटरीच कमेटी की अध्यक्ष है।
डॉ आज़ाद ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सहकारी समितियों में जेंडर पर 18 देशों में एक अध्ययन भी किया है। वह इंटरनेशनल कॉपरेटिव एलायंस- एशिया पेसिफिक की महिला समिति की भी कार्यकारी अध्यक्ष हैं।