उत्तराखंड स्थित कुर्मांचल नगर सहकारी बैंक के निदेशक गोविंद राम रतूड़ी इस बात से काफी निराशा है कि अथक प्रयासों के बावजूद भी अर्बन कॉपरेटिव बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से इंटरनेट बैंकिंग प्राप्त करने में अबतक विफल रहा है।
अर्बन कॉपरेटिव बैंकों की शीर्ष संस्था नेफकॉब की हाल ही में आयोजित एजीएम को संबोधित करते हुए रतूड़ी ने कहा कि, “हम 3-4 साल से लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन आरबीआई हमें इंटरनेट बैंकिंग सुविधा शुरू करने नहीं दे रही है। अच्छी बात यह है कि इस बार हमारे एनपीए में भी 4 फीसदी की गिरावट आई है लेकिन आरबीआई ने अभी तक हमारी बात पर गौर नहीं किया है”।
पाठकों को याद होगा कि कुर्मांचल नगर सहकारी बैंक ऐसे क्षेत्र में सक्रिय है जहां सहकारिता आंदोलन बहुत कमजोर है। बैंक ने पिछले वित्त वर्ष 2017-18 में अच्छा प्रदर्शन किया है और अपने कारोबार में 10.05 प्रतिशत की वृद्धि की है।
अपने अध्यक्ष के बारे में बात करते हुए रतूड़ी ने कहा कि, “विनय शाह एक आईआईटी ग्रेजुएट हैं और उन्होंने गरीब लोगों की मदद करने के लिए निजी क्षेत्र की नौकरियों को ठुकराया है। कुर्मांचल नगर सहकारी बैंक अच्छा कार्य कर रही है और अगर आरबीआई मदद करे तो बैंक और और भी अच्छा करने में सक्षम हो सकता है”।
पाठकों को बता दे कि आर्थिक गतिविधियों में कमी के कारण उत्तराखंड के कई गांव में विकास रूका हुआ है। वर्तमान में, एनसीडीसी राज्य सरकार के साथ मिलकर सहकारी आंदोलन के बल पर क्षेत्र के विकास की योजना बनाने में लगी हुई है।
रतूड़ी ने यह भी महसूस किया कि पर्यटन में 15 प्रतिशत निवेश अर्बन कॉपरेटिव बैंकों के विकास में बाधा बना हुआ है। “पर्यटन, होटल और रेस्टोरेंट ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें विकास की अपार संभावनाएं हैं”।
हाल ही बैंक की आयोजित एजीएम में बैंक के अध्यक्ष विनय शाह ने कहा था कि, “हम अपने ग्राहकों और जमाकर्ताओं को जल्द ही नेट बैंकिंग की सुविधा प्रदान करेंगे”। उनकी ये आशा कब पूरी होगी, ये कोई नहीं कह सकता, रतूड़ी ने अफसोस जताते हुए कहा।