एक बार फिर देश-भर में स्थित इफको की इकाइयों ने सितंबर महीने के उत्पादन लक्ष्य को पार किया है और संस्था के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने बिना वक्त गवाए इन इकाइयों के प्रमुखों को बधाई दी।
इफको की पांच उत्पादन इकाइयां है। एमडी ने तीन इकाइयों के बारे में ट्वीट किया और लक्ष्य को हासिल करने के लिए इकाइयों के प्रमुखों को बधाई दी। “सितंबर महीने में अमोनिया और यूरिया के उत्पादन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए इफको की कलोल इकाई के हेड दिगंबर और उनकी पूरी टीम को बधाई। इकाई ने अच्छा प्रदर्शन किया”, उन्होंने कहा।
भारत में इफको की पांच इकाइयां है जिनमें कलोल, कंडला, परादीप, आंवला और फूलपुर शामिल हैं। इफको की विदेश में भी इकाई है जिनमें ओमिफको, आईसीएस (सेनेगल), जिफको इत्यादि सहित अन्य इकाइयां शामिल हैं।
इसी तरह उन्होंने सल्फरिक और फॉस्फोरिक एसिड के उत्पादन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए परादीप इकाई के प्रमुख ए के पांडा और उनकी टीम को बधाई दी। संस्था के एमडी ने आंवला इकाई के हेड जी.के.गौतम को सितंबर महीने में अमोनिया और यूरिया के उत्पादन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उनकी सराहना की।
इन सबको देखते हुए ये कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि इफको ने वित्त वर्ष 2017-18 में 1200 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है और 17वीं बार अपने शेयधारकों को 20 प्रतिशत लाभांश देने की घोषणा की है, इफको के एक डायरेक्टर ने गर्व से कहा।
एक सहकारी नेता ने बताया कि इफको के निरंतर प्रयास से देश के किसान और शेयरधारक प्रफुल्लित हैं। सैकड़ों शेयरधारक खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि वे इफको जैसी संस्था के साथ जुड़े हुए हैं। बिहार से एक प्रतिनिधि ने कहा कि, “इफको ने हमारे द्वारा किए गए निवेश की राशि के बदले में कई गुणा पैसा लाभांश के रूप में चुका दिया है”।
भारतीय सहकारिता ऐसी सहकारी संस्थाओं को सलाम करती है जो अपने कामकाज को पेशेवर ढंग से चलाकर सहकारिता के माध्यम से समाज के नीचले वर्ग के लोगों की सहायता करती हैं।